मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है. चतुर्वेदी पर अनुशासनहीनता और पार्टी हाईकमान के खिलाफ बयानबाजी करने का आरोप है. दरअसल, पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन राजनगर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस की ओर से वादा किए जाने के बावजूद नितिन को कांग्रेस का टिकट न दिए जाने से चतुर्वेदी नाराज हैं. चतुर्वेदी बेटे की खुले तौर पर मदद कर रहे हैं, उनका कहना है कि वे एक बेटे के लिए उसके पिता का फर्ज निभा रहे हैं.
सोमवार की शाम को कांग्रेस के प्रदेश दफ्तर से सत्यव्रत के निष्कासन की चर्चा ने जोर पकड़ा, पार्टी की प्रदेश इकाई की बैठक में मंथन हुआ और लंबी चर्चा के बाद निष्कासन की अनुशंसा कर दी गई. सूत्रों का कहना है कि चतुर्वेदी की बुंदेलखंड के कई क्षेत्रों में पैठ है, वे किसी उम्मीदवार को जिता नहीं सकते मगर कांग्रेस के उम्मीदवार को हराने की क्षमता रखते हैं.
उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि टिकट न मिलने के कारण वह अपने पुत्र को राजनगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के बैनर से चुनाव लड़वा रहे हैं. हाईकमान के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने दो टूक कहा कि सपा के लिए प्रचार करूंगा, कांग्रेस में दम है तो बाहर निकाले, कांग्रेस मुझे निर्देश देने वाली कौन होती है, पहले अपने गिरेबां में झांके.आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों में नाराजगी है. मध्य प्रदेश में सभी 230 सीटों पर 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. सूबे में पिछले 15 सालों से बीजेपी सत्तारूढ़ है. इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है.