ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शहरभर में जुलूस निकाला गया. यहां बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ऊर्जा पूर्वक जुलूस में शामिल थे. लोगों ने सिर पर साफा बांधकर हरे रंग का झंडों के साथ जुलूस निकाला, जिसका जगह-जगह पर स्वागत किया गया. साथ ही जुलूस में पैगंबर साहब की शिक्षाओं के बारे में बयान भी दिए गए.
इस दौरान देश में अमन, चैन और खुशहाली की दुआएं मांगी गई. साथ ही जरूरतमंद लोगों की मदद की गई. मस्जिद से लेकर घरों तक सभी को लाइटों से सजाया गया. वहीं मुस्लिस समुदाय के इस महत्वपूर्ण पर्व पर प्रशासन ने भी अपनी तरफ से पुख्ता इंतजाम किए. शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस दल मुस्तैद दिखाई दिए.
मुसलमानों द्वारा हजरत मुहम्मद को इस्लाम का आखिरी नबी माना जाता है. पैगंबर साहब के जन्मदिन पर ईद मिलादुन्नबी का जश्न मनाया जाता है. इस दिन हर साल लोग अपनी खुशी का इजहार करते हुए जुलूस निकालते हैं और जरूरतमंदों की मदद करते हैं. साथ ही कुरानखानी कर पैगंबर साहब के बारे में भी बताया जाता है