प्रदेश सरकार के एक साल के जश्न में पीएम मोदी फिर हिमाचल आ सकते हैं। 27 दिसंबर को होने वाली इस आयोजन के लिए मंगलवार रात को भाजपा विधायक दल में कई तरह की रणनीति बनी है। तय हुआ है कि मुख्यमंत्री खुद प्रधानमंत्री को बुलावा देने जाएंगे।
उनकी उपलब्धता के अनुसार ही रैली का स्थल तय होगा। रैली में हिमाचल में केंद्र और राज्य सरकार के लाभार्थियों को शामिल किया जा सकता है। 27 दिसंबर को सरकार ने अपने एक साल के सफल कार्यकाल के लिए रैली करने का फैसला लिया है। मोदी सरकार की आवास योजना, गैस योजना, वन रैंक-वन पेंशन से लेकर अन्य सभी योजनाओं के लाभार्थियों को लाने पर विचार चल रहा है।
सूत्र बताते हैं कि विधायक दल की बैठक से पहले इस रैली को शिमला में करवाना लगभग तय था, लेकिन अब इसके स्थल को फाइनल करने से पहले कहां किया जाना है। इस पर भी विचार किया जाना प्रस्तावित है। बैठक में 2019 की तैयारी में रैली में हर योजना के लाभार्थियों को लाकर जनता तक पहुंचाया जाता है, तो इसका ज्यादा लाभ हो सकता है। इसी तरह से पार्टी एक साल के जश्न के साथ 2019 की तैयारी भी करेगी।
विधायक दल की बैठक में कुछ विधायकों ने यह शिकायत मुख्यमंत्री के सामने रखी है कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर समयबध अमल नहीं हो रहा है। इसके लिए अफसरों पर थोड़ा और लगाम कसने की जरूरत है। इससे लोगों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है। सीएम ने विधायकों से कहा कि वह संबंधित रिपोर्ट लेेने के बाद उन्हें इस बारे में अवगत करवाएंगे।