कई बार किसी लापरवाही के चलते इंसान को लकवे की बीमारी हो जाती है जिसमें चलने-फिरने और अंग को महसूस करने की क्षमता खत्म हो जाती है. इसके अलावा मुंह टेढ़ा हो जाता है और बोलने पर मुंह से आवाज भी नहीं निकलती. इस बड़ी परेशानी से से ठीक होने के में काफी समय लग जाता है और डॉक्टर के चक्कर काट कर तक जाते हैं. ऐसे में आप इसका इलाज घरेलु तरीके से कर सकते हैं. आइये जानते हैं उसके बारे में.
एक चम्मच काली मिर्च को पीसकर उसमें तीन चम्मच देसी घी में मिला लें. अब इन दोनों को अच्छी तरह मिलाकर लेप तैयार कर लें. इस लेप को लकवाग्रसित अंगों पर लगाकर मालिश करें. एेसा करने से लकवा ग्रस्त अंगों का रोग दूर हो जाएगा. अगर नियमित रूप से करेले की सब्जी या करेले का रस का सेवन किया जाए तो लकवा से प्रभावित अंगों में सुधार होने लगता है.
प्याज खाते रहने से और प्याज का रस का सेवन करते रहने से लकवा रोगी ठीक हो जाता है. 6 कली लहसुन को पीसकर उसमें एक चम्मच मक्खन मिला लें और रोज इसका सेवन करें. लकवा ठीक हो जाएगा. तुलसी के पत्ते, दही और सेंधा नमक को बराबर मात्रा में मिलाकर लेप तैयार कर लें. इस लेप को लकवाग्रसित अंगों पर लगाकर मालिश करें. एेसा करने से लकवा ग्रस्त अंगों का रोग दूर हो जाएगा. गरम पानी में तुलसी के पत्तों को उबालें और उसका भाप लकवा ग्रस्ति अंगों को देते रहने से लकवा ठीक होने लगता है.