कांग्रेस के स्टार प्रचारक प्रमोद कृष्णन महाराज से मिलने पहुंचे कम्प्यूटर बाबा ने बताया कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में सुबह से शाम तक कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करेंगे. इसके लिए सभी साधु-संतों ने रणनीति बना ली है. संत लोग हैं और सभी जगह की खबर रखते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास जो जानकारी आ रही है, उससे पता चलता है कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी 200 सीटें पार नहीं कर रही है, बल्कि कांग्रेस 200 सीटें पार करती नजर आ रही है और यह पार्टी के लिए अच्छी खबर है.
कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि सभी साधु-संतों ने निश्चय कर लिया है कि चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बुधनी क्षेत्र में पूरे दिन कांग्रेस के समर्थन में प्रचार किया जाएगा, क्योंकि यह निश्चित हो चुका है कि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री कहलाएंगे. इस बार वे चुनाव में हजारों वोटों से हारने वाले हैं. वहीं इस मौके पर प्रमोद कृष्णन महाराज ने कहा कि कंप्यूटर बाबा देश के एक ऐसे संत हैं, जिन्होंने शिवराज सरकार को स्थापित करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. पिछले 15 वर्षों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जिसमें कंप्यूटर बाबा का बहुत बड़ा रोल रहा है.
प्रमोद कृष्णन महाराज ने कहा कि बीजेपी ने न तो नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए कुछ किया, न म- मंदिरों के लिए और न ही गौशालाओं के लिये. शिवराज सरकार ने कंप्यूटर बाबा को धोखा दिया. शिवराज ने हजारों संतों और कंप्यूटर बाबा का दिल दुखाया. कंप्यूटर बाबा ने संकल्प लिया है कि इस सरकार को उखाड़ फेंकना है, क्योंकि यह सरकार धर्म विरोधी है, संत विरोधी, गौ विरोधी और नर्मदा विरोधी है, इसलिए संत समाज सरकार से नाराज है. उन्होंने कहा कि सभी लोग चाहते हैं कि कांग्रेस को सरकार बनाने का एक मौका दिया जाए, जो धर्म की दृष्टि से उचित होगा.
प्रमोद कृष्णन महाराज ने कहा कि ‘कंप्यूटर बाबा के साथ ही 8 हजार से ज्यादा संतों ने कांग्रेस का समर्थन किया है. देश के इतिहास में यह पहला मौका है, जब खुले तौर पर साधु-संतों ने कांग्रेस पार्टी का इस तरह से समर्थन किया है.’ उन्होंने कहा कि देश में कई बार चुनाव हुए हैं, लेकिन यह पहला ही मौका है जब मध्यप्रदेश में चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी को साधु-संतों ने इस तरह से समर्थन दिया हो. बीजेपी ने धर्म के नाम पर धंधा किया है, धर्म के नाम पर साधु-संतों का दुरुपयोग किया है.’