मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को वोट डाले जाएंगे. राज्य में सोमवार को ही शाम पांच बजे चुनावी शोर थम गया है. ऐसे में अब उम्मीदवार और उनके समर्थक मतदाताओं के घर-घर दस्तक देकर वोट मांग रहे हैं.
राज्य की कुल 230 सीटों के लिए 2899 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. हालांकि, मुख्य मुकाबला सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच है, लेकिन कई सीटों पर बसपा, सपा और आम आदमी पार्टी ने मुकाबले के दिलचस्प और त्रिकोणीय बना दिया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुसार, विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवंबर को मतदान होना है, उससे 48 घंटे पहले शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया. ऐसे में सभी पार्टियों की जनसभाओं का दौर शाम पांच बजे तक चला.
गली-कूचों से लेकर मुख्य सड़कों तक प्रचार अभियान का जोर रहा. प्रचार का शोर थमने के बाद नेताओं और उम्मीदवारों ने मतदाताओं को मनाने के लिए घर-घर पहुंचने की मुहिम तेज कर दी है. प्रत्याशियों ने मतदाताओं को अपनी योग्यता और क्षमता के साथ पार्टी की नीतियों व रीतियों से अवगत करा रहे हैं. इसके साथ ही वादा किया कि चुनाव जीतने के बाद वे समस्याओं के निदान में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. मध्य प्रदेश में बुधवार को होने वाले मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की 650 कंपनियां तैनात की गई हैं. इसके साथ ही प्रदेश के बाहर से आए 33 हजार होमगार्ड भी चुनाव में लगाए गए हैं.
बालाघाट जिले में केंद्रीय सुरक्षाबलों की 76 कंपनियां, भिंड में 24, छिंदवाड़ा और मुरैना में 19-19, सागर और भोपाल में 18-18 कंपनियां तैनात की गई हैं. प्रदेश का 85 प्रतिशत पुलिस फोर्स और होमगार्ड के 90 प्रतिशत जवान चुनाव ड्यूटी पर हैं इसके अलावा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के लिए बालाघाट, मंडला और भोपाल में एक-एक हेलिकॉप्टर भी तैनात रहेंगे. संचार व्यवस्था बेहतर करने के लिए 20 सेटेलाइट फोन और 28 हजार वायरलेस सेट उपयोग किए जाएंगे, ताकि सूचना व्यवस्था को मतदान के दौरान बेहतर रखा जाए.