मतगणना के लिये 306 कक्ष बनाए गये हैं. प्रत्येक केन्द्र पर 14 टेबिल के साथ 1 टेबल मतपत्रों की गिनती के लिये लगाई जायेगी. इस प्रकार कुल 3 हजार 450 टेबिल लगाई जायेंगी. मतगणना के लिये रिजर्व सहित लगभग 14 हजार 600 मतगणना कर्मियों को तैनात किया जायेगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्हीएल कांताराव ने बताया कि करीब 15 हजार मतदानकर्मियों के प्रशिक्षण की कार्रवाई जारी है.
इसके अलावा उम्मीदवार के मतगणना एंजेट्स नियुक्त होते हैं. मतगणना एजेंट्स को नियुक्त करने के लिए एक सूची फोटो सहित 11 दिसम्बर के तीन दिन पहले चुनाव आयोग को देना होगा. मतगणना एजेंट्स के लिए परिचय पत्र रिटर्निंट ऑफिसर जारी करते हैं, ताकि वो मतगणना स्थल पर परिचय पत्र के साथ प्रवेश करेंमतगणना के दिन सबसे पहले सुबह 8 बजे डाकमतपत्र की गणना की जाएगी. डाकमतपत्र की गणना एआरओ ( असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर) के टेबल पर होगी. जहां पोस्टल बैलेट ज्यादा होंगे, वहां तीन एआरओ लगाएंगे और जहां कम डाकमतपत्र होंगे वहां पर दो एआरओ के गणना से काम प्रारंभ हो जाएगा. डाकमतपत्र की गणना होने के बाद हम 8 बजकर 30 मिनिट पर मशीनों की गणना करेंगे. प्रत्येक विधानसभा में 14 टेबल लगाएंगे, जहां हम मशीनों की गणना करेंगे. हर जगह पर डाकमतपत्र की गणना 8 बजे शुरू होगी, 8 बजकर 30 मिनिट तक अगर डाकमतपत्र की गणना पूरी भी नहीं हुई तो डाकमतपत्र की गिनती जारी रहेगी, लेकिन मशीनों की गणना शुरू हो जाएगी.
प्रत्येक विधानसभा के लिए 14 टेबल लगाएं जाएंगे. यदि किसी विधानसभा क्षेत्र में 280 मतदान केंद्र हैं, तो गणना के लिए 20 राउंड लगेंगे. प्रत्येक राउंड में 14 मतदान केंद्रों की गिनती होगी. उसी हिसाब से राउंड फायनल होंगे. राउंडवार कौन से मतदान केंद्र का मशीन कौन से टेबल पर आएगा, इसकी एक चार्ट बनती है, जो पहले से ही मतगणना एजेंट्स और उम्मीदवार को दी जाती है. प्रत्येक राउंड के बाद जो 14 टेबल से गिनती का शीट आता है, तो रिटर्निंग ऑफिसर उस रिजल्ट को हर एक मतदान केंद्र की शीट को टेबुलेट करते हैं.
पहले राउंड में मतदान केंद्र क्रमांक एक से लेकर जो मतदान केंद्र क्रमांक 14 तक जो टोटल करेंगे, जिसको हम टेबुलेशन शीट बोलते हैं. टेबुलेशन शीट को फोटो कॉपी करके उम्मीदवार को देंगे, उस टेबुलेशन शीट को जांच करेंगे और ऑब्जर्वर को देंगे और उनके हस्ताक्षर करने के बाद उसकी फोटो कॉपी सभी उम्मीदवार को देंगे. उम्मीदवार को टेबुलेशन शीट देने के बाद रिजल्ट को माइक में घोषणा करने के बाद दूसरा राउंड शुरू होगा. फिर इस प्रकार जब एक राउंड खत्म होगा और टेबुलेशन कम्पलीट होगा, तब दूसरा राउंड शुरू होगा.
मतगणना कक्ष के अंदर किस-किस का प्रवेश है, वो कहां बैठ सकते हैं, कहां नहीं बैठ सकते हैं, उसके लिए अलग से निर्देश हैं. सबके लिए अलग-अलग कमरे की व्यवस्था है, उसमें प्रेस के लिए अलग से व्यवस्था है. प्रेस के लोगों के लिए भी छोटे छोटे ग्रुप्स में उनको भ्रमण कराने के निर्देश हैं. प्रवेश के लिए साढे 6 हजार प्रवेश पत्र जारी किए गए हैं, मतगणना स्थल के अंदर मोबाइल फोन सिर्फ रिटर्निंग ऑफिसर के लिए मोबाइल फोन की अनुमति है.
इस बार मतगणना में ये व्यवस्था है कि जो वीवीपैट मशीन इस्तेमाल की गयी है, उनमें से रैंडमली हर एक विधानसभा में से एक व्हीव्हीपैट मशीन की गणना की जाएगी. जब 14 टेबल पर सभी राउंड खत्म होने के बाद सारी मतगणना ईवीएम की खत्म होने के बाद एक वीवीपैट की मशीन को रैंडम पद्धति से चयनित किया जाएगा. उसकी प्रक्रिया भी निर्धारित है. इस प्रक्रिया के तहत सभी मतदान केंद्रों की चिट बनायी जाएगी और उसमें से एक चिट निकाला जाएगा, उसमें जिस मतदान केंद्र का नंबर आएगा, उसमें वीवीपैट मशीन निकालकर उसमें सभी पर्ची एक-एक निकालकर गिनती की जाएगी. ये 14 में से किसी एक टेबिल पर रखकर की जाएगी.