ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाड़ी उस्मान ख्वाजा के भाई को कथित तौर पर इश्क में अपने एक प्रतिद्वंद्वी को फंसाने के लिए फर्जी टेरर हिटलिस्ट मामले का आरोपी बनाने की कोशिश में गिरफ्तार किया गया है. 39 वर्षीय अर्सकान ख्वाजा पर आरोप है कि उसने यूनिवर्सिटी के अपने पूर्व सहयोगी मोहम्मद कमर निजामदीन के बारे में पुलिस को बताया था कि 26 वर्षीय कमर तत्कालीन प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल की हत्या की साजिश रच रहा है. कमर निजामदीन को उसकी नोटबुक में आतंक फैलाने वाली कथित हिटलिस्ट पाए जाने के बाद अगस्त में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि पुलिस ने उसे कुछ सप्ताह बाद रिहा कर दिया था. पुलिस ने अपनी तफ्तीश में पाया था कि इस लिस्ट की हैंडराइटिंग कमर की हैंडराइटिंग से मेल नहीं खाती.
न्यू साउथ वेल्स के असिस्टेंट कमिश्नर मिक विलिंग ने पत्रकारों को बताया, ‘हम बताना चाहते हैं कि निजामदीन को योजनाबद्ध तरीके से व्यक्तिगत प्रयास के तहत फंसाने की कोशिश की गई थी. उन्होंने कहा कि एक महिला को लेकर निजामदीन को फंसाने की कोशिश की गई थी और मामले की आगे जांच की जा रही है. विलिंग ने स्पष्ट किया कि समुदाय को कोई खतरा नहीं है. पुलिस ने श्रीलंका में जन्मे निजामदीन की गिरफ्तारी पर खेद जताया है.
उधर, निजामदीन ने इस मामले में पुलिस से हर्जाने की मांग की है. गौरतलब है कि अर्सकान ख्वाजा को सिडनी के एक उपनगर में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. उससे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर न्याय को विकृत करने की कोशिश को लेकर पूछताछ की जा रही है. इस कथित सूची में आतंकियों के कई हाई प्रोफाइल टारगेट्स के नाम थे. पाकिस्तान में जन्मे उस्मान ख्वाजा भारत के खिलाफ 6 दिसंबर से प्रारंभ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए घोषित ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल हैं. उन्होंने घुटने की सर्जरी कराने के बाद हाल ही में टीम में वापसी की है. उस्मान ने अब तक 35 टेस्ट, 18 वनडे और 9 टी20I में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रतिनिधित्व किया है. बाएं हाथ के इस प्रारंभिक बल्लेबाज के नाम पर टेस्ट क्रिकेट में 2455, वनडे में 469 और टी20 में 241 रन दर्ज हैं.