दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की 11 दिसंबर को होने जा रही मतगणना के मद्देनजर चल रहे कांग्रेस प्रत्याशियों के प्रशिक्षण में कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और कांग्रेस की लीगल सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक तंखा इस प्रशिक्षण में मौजूद हैं. एक ओर प्रशिक्षण में पहुंच रहे कांग्रेस प्रत्याशियों को जहां कांग्रेस की सरकार बनने का भरोसा है वहीं अभी से कांग्रेस प्रत्याशी मुख्यमंत्री के दावेदारों के नाम पर भी चर्चा करने लगे हैं.
इस प्रशिक्षण में कांग्रेस अपने प्रत्याशियों को यह भी बता रही है कि विपक्षी दल के प्रत्याशी उन्हें भटकाने के लिए भी कई तरह के प्रयास कर सकते हैं. इन प्रयासों से कैसे बचना है और मतगणना में कोई गड़बड़ी न हो उसके लिए क्या सतर्कता रखना है. हालांकि, इस दावेदारी में जो प्रत्याशी जिस दिग्गज नेता से जुड़ा हुआ है उसका नाम ले रहा है कोई प्रत्याशी कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने की पैरवी कर रहा है तो कोई प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्यमंत्री बनने की बात कह रहा है.सभी प्रत्याशियों का कहना है कि उनकी निजी राय है और अंतिम फैसला कांग्रेस की परंपरा के अनुसार हाईकमान ही करेगा.
कमलनाथ समर्थक कांग्रेस प्रत्याशी सोहन बाल्मीकि कमलनाथ को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और चुनाव जीतने पर वह अपनी सीट कमलनाथ के लिए छोड़ने के लिए भी तैयार हैं, तो वहीं कोलारस से कांग्रेस के प्रत्याशी बहादुर सिंह यादव ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और वह भी अपनी सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए छोड़ने के लिए तैयार हैं