कमलनाथ ने गुरूवार को राजधानी भोपाल स्थित मानस भवन में प्रदेशभर से आये 229 विधानसभाओं के कांग्रेस प्रत्याशियों को मतगणना प्रशिक्षण के पूर्व संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने कहा कि मतगणना के दिन बड़ी गंभीरता से आपको सावधान रहना होगा और आशंका होने पर सशक्त विरोध दर्ज करना है. समाधान होने पर ही मतगणना को जारी रखने देना है.
उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि प्रशासन पूरी निष्पक्षता के साथ प्रत्याशियों की आपत्तियों का समाधान करेगा, क्योंकि उन्हें पता है कि 11 के बाद 12 दिसंबर भी आने वाला है. हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि हर राउंड के बाद उसकी रिजल्ट शीट दें और उस पर आरओ और प्रत्याशी के हस्ताक्षर भी करायें. ऐसा होने के बाद ही आप दूसरा राउण्ड शुरू होने दें. उन्होंने कहा कि आप सभी अच्छी तरह मतगणना की पूरी प्रक्रिया की जानकारी लें और अपने अधिकारों को जानें.
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि एकता की ताकत आगामी 11 दिसंबर को मध्यप्रदेश में एक नया इतिहास रचेगी. पिछले 15 सालों से भाजपा और उनके चंद समर्थक अधिकारी प्रदेश पर कब्जा जमाये हुए थे. अब प्रदेश में सभी वर्गों को साथ लेकर एक नई व्यवस्था का निर्माण होगा. पूरी की पूरी व्यवस्था बदलने की जरूरत है.
प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि कमलनाथ ने एक बेहतरीन टीम वर्क के साथ विधानसभा चुनाव में मेहनत की है, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार जरूर बनेगी और अगले लोकसभा चुनाव में इसका अच्छा खासा असर देखने को मिलेगा. नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सभी उम्मीदवारों को मतगणना दिवस के अलावा हेराफेरी की आशंका को देखते हुए 9 और 10 दिसंबर को विशेष रूप से सतर्क रहने की हिदायत दी. इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस विधि विभाग के चेयरमेन विवेक तन्खा ने नियमों और कानूनों की बारीकियों को समझाया