प्रदेश मीडिया विभाग के समन्वयक नरेन्द्र सूलजा का कहना है कि सिख दंगों को लेकर कमलनाथ पर न तो कोई आरोप, एफआईआर, चार्जशीट और न ही कोई प्रमाण है. सलूजा ने कहा कि 34 साल पुराने मामले को लेकर बीजेपी इस तरह की घृणित राजनीति कर रही है.
उन्होंने कहा कि कमलनाथ 40 साल से सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे तब किसी ने कोई विरोध क्यों नहीं किया. जबकि पिछले साढ़े चार साल से केंद्र में 56 इंच की सरकार है फिर क्यों विरोध नहीं किया. नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि बीजेपी हार की बौखलाहट में अर्नगल आरोप लगा रही है. जबकि कमलनाथ सिख हितेषी हैं और पूरा समाज उनके साथ है. गौरतलब है कि सोमवार को कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही प्रदेश में कई जगह सिख समाज द्वारा उनका विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. यह विरोध सिख दंगो को लेकर किया