साथ ही पुलिस बल के लिए आपात परिस्थितियों में अवकाश उपयोग नहीं करने पर क्षतिपूर्ति की व्यवस्था करने की बात कही. कमलनाथ ने कहा, ‘किसी भी प्रकार की आपराधिक और गैर कानूनी गतिविधियों के प्रति जीरो टालरेंस रखें. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ रणनीति बनाई जाए. महिलाओं के खिलाफ अपराध नियंत्रण के लिए संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ कार्य किया जाए.’
कमलनाथ ने अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि गुड-गवर्नेस का प्रमुख आधार पुलिस बल है. राज्य की छवि पुलिस व्यवस्था पर निर्भर है. पुलिस व्यवस्था में तकनीकी संसाधनों को आधुनिक किया जाए. सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कमलनाथ ने कहा कि इसके लिए सड़क नियोजन और प्रतिरक्षात्मक उपायों पर समेकित रूप से कार्य किया जाए.
उन्होंने कहा कि पुलिस समाज की रक्षक है. पुलिस को भविष्य की तकनीकों और सामाजिक चुनौतियों के अनुसार तैयारियां करने पर विशेष ध्यान देना होगा. उन्होंने युवा पीढ़ी में नशे की लत के प्रसार को मूल रूप से समाप्त करने की जरूरत बताई. बैठक में पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने प्रदेश की शांति एवं कानून-व्यवस्था का ब्योरा दिया. साथ ही आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों और नियंत्रण के प्रयासों की जानकारी दी. इस बैठक के अवसर पर प्रमुख सचिव गृह मलय श्रीवास्तव एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने अपने ‘वचन पत्र’ में पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश का वादा किया था, जिसे कमलनाथ ने पुलिस अधिकारियों के साथ पहली ही बैठक में पूरा करने का संदेश दिया है.