मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही बंगला पॉलिटिक्स चरम पर है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बंगला पॉलिटिक्स के तहत सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बंगला अलॉट किया था. इसके बाद दूसरा बंगला पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को अलॉट किया. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज का नया आशियाना अब वो बंगला होगा जो केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के नाम पर अलॉट था.
अब 13 साल से सूबे के मुखिया रहे शिवराज सिंह चौहान को अपना ठिकाना बदलने का वक्त आ गया है. भले ही हाई कोर्ट के आदेश पर पू्र्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली कराने वाले आदेश के बाद शिवराज सरकार ने 6 महीने पहले 4 पूर्व मुख्यमंत्रियों- कैलाश जोशी, उमा भारती, बाबूलाल गौर को अपने विशेषाधिकार के तहत बंगले में बने रहने का फरमान जारी कर मेहरबानी रखी थी. वहीं, दिग्विजय सिंह को बेघर कर दिया था. लेकिन अब कांग्रेस की सरकार बनते ही कमलनाथ ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बंगला अलॉट किया है.
शिवराज सिंह चौहान को विधायक होने के चलते नया बंगला अलॉट किया गया है. ये बंगला पहले केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज को अलॉट था. शिवराज को प्रोफेसर कॉलोनी स्थित C-7 बंगला दिया गया है. इसका आदेश भी कमलनाथ ने शपथ ग्रहण वाले दिन ही जारी कर दिया था. हालांकि इस बंगले में जाने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 74 बंगले स्थित बी 8 में रहेंगे. C-7 का रेनोवेशन का काम जारी है.
यही नहीं, मध्य प्रदेश में सत्ता बदलने तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी दोबारा श्यामला हिल्स स्थित बंगला मिल गया. कुछ महीने पहले ही दिग्विजय सिंह को कोर्ट के आदेश के बाद बंगला खाली करना पड़ा था. इसके बाद दिग्विजय सिंह कभी भोपाल के होटलों में रहे तो कभी चूनाभट्टी इलाके के एक मकान में लेकिन अब जल्द ही वो शायमला हिल्स स्थित बंगले में वापस रहने जाएंगे. ये बंगले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शासकीय आवास आवंटन नियम 2000 की धारा 10 के तहत दिए हैं जिसके तहत राज्य शासन गणमान्य नागरिकों, राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संगठनों को लाइसेंस शुल्क के साथ मकान दे सकती हैं.
इस बीच, इस सवाल पर कि बीजेपी की सरकार में जहां दिग्विजय सिंह से बंगला खाली करा लिया गया, वहीं कांग्रेस सरकार ने शिवराज सिंह चौहान को सबसे पहले बंगला दिया, बीजेपी अपना अलग की तर्क देती नजर आ रही है. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठाती ने बोला कि दिग्विजय ने शिवराज से बंगला मांगा होता तो जरूर मिलता. ये कहना गलत है कि बीजेपी ने दिग्विजय सिंह को बंगला नही दिया.