महोत्सव के चलते गुरुवार सुबह 10 बजे से राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं शुरू हुईं, जिसका उद्घाटन मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया. संग्रहालय की निदेशक प्रोफेसर सरित कुमार चौधरी ने बताया कि इसका उद्देश्य बच्चों में देश और संस्कृति के विकास के साथ ही सम्मान की भावना जगाना है. साथ ही बच्चों में छिपी प्रतिभा को सामने लाना और उनके सुनहरे भविष्य के लिए एक मंच देना है. मानव संग्रहालय में आयोजित बाल रंग महोत्सव 2018 में अलग-अलग राज्यों की संस्कृति, खानपान और कला देखने का अवसर लोगों को मिल रहा है.
इस बाल रंग महोत्सव में बुधवार को 10,000 से ज्यादा स्कूली बच्चे पहुंचे. यहां अलग-अलग राज्यों से आए बच्चों ने अपने राज्य की खूबसूरती की प्रदर्शनी लगाई. यहां डिजिटल इंडिया और सेव टाइगर जैसी थीम पर एग्जिबिशंस लगाई गई. बाल रंग में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गोवा, तेलंगाना, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, मणिपुर, दादर और नगर हवेली, दिल्ली के विद्यार्थी शामिल हुए