संभावना जताई जा रही है कि आज मंत्रियों के नाम तय करने के साथ ही मंत्रिमंडल के आकार और स्वरूप पर राहुल गांधी की मुहर लग जायेगी. गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल का गठन 23 दिसंबर को होना है और इसी दिन मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जायेगी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाक़ात कर उन्हें इसकी जानकारी दे दी है. वहीं 15वीं विधानसभा का पहला दिन 7 जनवरी होगा, इसी दिन नये विधायकों को शपथ दिलायी जाएगी, जबकि राज्यपाल का अभिभाषण 8 जनवरी को होगा.
सूत्रों के मुताबिक नये मंत्रिमंडल में कांग्रेस को समर्थन दे रही सपा और बसपा के विधायकों को शायद जगह नहीं दी जाएगी, क्योंकि चुनाव में इन दलों के साथ कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ था, वहीं पहली बार बने विधायक को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलना मुश्किल है.
नये मंत्रिमंडल में जाति क्षेत्र के साथ पार्टी के क्षत्रपों के बीच संतुलन बनाना कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को संतुष्ट करने में पार्टी कितनी कामयाब होगी.