आखिरकार मंगलवार को मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के मंत्रियों के नाम तय हो गए और शपथ ग्रहण से जुड़ी सारी औपचारिकताएं पूरी हो गईं. हालांकि शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ही सीएम कमलनाथ ने अपने कैबिनेट की बैठक बुला ली, लेकिन ये बैठक औपचारिक नहीं थी और न ही इसका कोई एजेंडा था.
प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में हुई इस अनौपचारिक बैठक में सीएम कमलनाथ ने नए बने मंत्रियों को सलाह दी कि वो समय का विशेष ध्यान रखें. कमलनाथ ने मंत्रियों को कहा कि वो मंत्रालय और अपने दफ्तर वक्त पर पहुंचें, ताकि बाकी कर्मचारियों को भी वक्त पर दफ्तर आने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.
कमलनाथ कैबिनेट में भले ही मंत्रियों को विभाग न बांटे गए हों, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी मंत्रियों को कहा है कि वचन पत्र में किए गए वादों को जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में काम शुरू किया जाए. इसके लिए जल्द ही रूपरेखा बनाई जाएगी, ताकि साल 2019 से पहले जनता को एक संदेश पहुंचाया जा सके कि सरकार ने उनकी उम्मीदों के मुताबिक काम करना शुरू कर दिया है. इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे.