मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को अपने कैबिनेट का विस्तार किया और करीब 28 मंत्रियों को सरकार में शामिल किया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. मंत्रियों में दो महिलाएं, एक मुस्लिम एवं एक निर्दलीय शामिल हैं. मध्य प्रदेश में पिछले 15 साल बाद किसी मुस्लिम चेहरे को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. 15 साल बाद मुस्लिम समुदाय को आरिफ अकील के रूप में मंत्रिमंडल में जगह मिली है. जिन दो महिला विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, वे विजयलक्ष्मी साधौ (महेश्वर विधानसभा सीट) एवं इमरती देवी (डबरा विधानसभा सीट) हैं, वहीं, कमलनाथ ने वारासिवनी के निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भी अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है.
आरिफ अकील भोपाल नॉर्थ से विधायक हैं और 15 साल बाद राज्य के मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले पहले मुस्लिम भी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने कैबिनेट में क्षेत्रीय संतुलना को बना कर रखा है. मालवा-निमाड़ क्षेत्र से 9 विधायक, केंद्रीय मध्य प्रेदश क्षेत्र से 6 विधायक और ग्वालियर चंबर क्षेत्र से 5 और बुंदेलखंड इलाके से 3 विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.आरिफ अकील पहली बार 1990 में नॉर्थ भोपाल से चुनाव जीते थे. 1990 में निर्दलीय चुनाव लड़कर आरिफ ने कांग्रेस के ही हसनाथ सिद्दीकी को हराया था और विधायक बने थे. आरिफ का जन्म 14 जनवरी 1952 को उत्तर प्रदेश के कौशांबी में हुआ है.
बता दें कि राजभवन में आज विधायक विजयलक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, डॉ. गोविन्द सिंह, बाला बच्चन, आरिफ अकील, बृजेन्द्र सिंह राठौर, प्रदीप जायसवाल, लाखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, गोविन्द सिंह राजपूत, इमरती देवी, ओमकार सिंह मरकाम, डॉ. प्रभु राम चौधरी, प्रियव्रत सिंह एवं सुखदेव पानसे ने मंत्री पद की शपथ ली. इनके अलावा, उमंग सिंघार, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, महेन्द्र सिंह सिसोदिया, पी सी शर्मा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, सचिन यादव, सुरेन्द्र सिंह बघेल एवं तरूण भनोत ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
सभी विधायकों ने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली और सभी कैबिनेट मंत्री हैं. मंत्री बने जयवर्धन सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे हैं और वह मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए राघौगढ़ सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं.
कमलनाथ ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 6 दिन बाद 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ अकेले ली थी. मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था और 11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं। उसने बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। उसे फिलहाल कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली हैं. मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. मध्यप्रदेश विधानसभा का पांच दिवसीय सत्र 7 जनवरी से शुरू होगा.