ऊना। विस क्षेत्र के तहत बने गो सदनों के भवनों का संचालन लटक गया है। गोसदनों के संचालन कमेटियों को न तो एक मुश्त सीड मनी डिमांड राशि मिल रही है और न ही संचालन कमेटियों के लिए कोई एनजीओ एवं दानी सज्जन आगे आ रहे हैं।
इसकी वजह से गो सदनों के भवनों के संचालन पर संकट मंडरा गया है। हरोली विस क्षेत्र के तहत लगभग आधा दर्जन के करीब गो सदनों के भवन बने हैं। इनमें सलोह एवं बीटन के भवन बनकर तैयार हो गए हैं। सलोह गो सदन का संचालन हो रहा है। दुलैहड़ और पोलियां बीत में गो सदनों के भवनों का निर्माण लगभग पूरे होने वाला है।
इन गौ सदनों के भवनों पर लाखों की तादाद में राशि खर्च हो चुकी है। बीटन गांव के जगदेव सिंह ने आरटीआई के तहत प्राप्त की जानकारी में बताया कि गांव में बनाए गो सदन के भवन का निर्माण छह माह से पूरा हो चुका है। मगर अभी तक एक मुश्त सीड मनी डिमांड नहीं मिली है। इसके चलते गो सदन का संचालन नहीं हो पा रहा है। गो सदनों के निर्माण न होने के चलते लावारिस गायों को ठिकाना नहीं मिल रहा है। इससे लावारिस पशुओं द्वारा किसानों की फसलों को तबाह किया जा रहा है।
इस संबंध में हरोली विकास खंड अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि बीटन गो सदन के लिए सीड मनी डिमांड उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। पंचायतों के तहत बने गो सदनों के लिए संचालन कमेटियों को बना दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन गो सदनों के लिए क्षेत्र में संचालन कमेटियों के लिए एनजीओ और दानी सज्जनों के आगे लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इससे गो सदनों के संचालन कमेटियों को सहयोग मिल सके।