ये विधेयक 19 सितंबर को लाए अध्यादेश के बदले आ रहा है. अगर इस सत्र में यह बिल पारित नहीं होता है तो फिर अध्यादेश निरस्त हो जाएगा और इसके बाद आम चुनाव होने हैं इसलिए तीन तलाक बिल आगे तक लटक जाएगा.
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जोरदार हंगामा हुआ. इसके बाद राज्यसभा को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है. इस बीच खबर है कि राज्यसभा में विपक्ष की रणनीति के खिलाफ तीन तलाक बिल पास कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर पर अहम बैठक चल रही है. जानकारी के मुताबिक राज्यसभा में तीन तलाक बिल दो बजे के करीब पेश किया जा सकता है विपक्ष की बैठक खत्म हो गई है. विपक्ष ने बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने का फैसला लिया है.विपक्ष की इस बैठक में राम गोपाल यादव, मनोज झा, डी राजा, संजय सिंह, गुलाम नबी आजाद, डेरेक ओ ब्रायन, आनंद शर्मा समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए.
लोकसभा में बहुमत से पारित होने के बाद तीन तलाक बिल आज राज्य सभा में पेश होगा, बीजेपी और कांग्रेस ने व्हिप जारी कर अपने सांसदों को सदन में उपस्थित रहने को कहा है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ऊपरी सदन में इस विधेयक को पेश करेंगे.विधेयक को गुरुवार को विपक्ष के वॉकआउट के बीच लोकसभा में मंजूरी दी जा चुकी है. लोकसभा में तीन तलाक बिल के पक्ष में 245 वोट और विपक्ष में 11 वोट पड़े थे. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने बिल में संसोधन की मांग कर वॉकआउट किया था.
तमाम मुद्दों पर सरकार का साथ देने वाली एआईएडीएमके भी तीन तलाक बिल के विरोध में है. ऐसे में सरकार के पास राज्यसभा में संख्याबल जुटाना मुश्किल नजर आ रहा है, तो कांग्रेस ने भी संसोधन के बिना बिल पास ना होने देने की चुनौती दी है.ये विधेयक 19 सितंबर को लाए अध्यादेश के बदले आ रहा है. अगर इस सत्र में यह बिल पारित नहीं होता है तो फिर अध्यादेश निरस्त हो जाएगा और इसके बाद आम चुनाव होने हैं इसलिए तीन तलाक बिल आगे तक लटक जाएगा.
कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने दावा किया है कि भले ही राज्यसभा में एनडीए के पास जरूरी नंबर ना हों लेकिन सदन में इस विधेयक को समर्थन मिलेगा. विधेयक को सोमवार को राज्यसभा के विधायी एजेंडे में शामिल किया गया है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी अन्य दलों के साथ हाथ मिलाकर विधेयक को सदन में पारित नहीं होने देंगे.