हिना कावरे बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा से विधायक चुनी गयी हैं. हाल ही में कांग्रेस ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता भी बनाया है. उनके विधानसभा उपाध्यक्ष चुने जाने के बाद अब इस पद पर महिला विधायक बैठेगी. बता दें कि इस बार विधानसभा में उपाध्यक्ष पद के लिये भी दोनों पक्ष आमने-सामने थे. दरअसल, अभी तक सदन की परंपरा के अनुसार अध्यक्ष सत्ता पक्ष का होता था, जबकि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता था. लेकिन, इस बार बीजेपी द्वारा अध्यक्ष पद के लिये उम्मीदवार खड़ा किये जाने से दोनों पार्टियों में तकरार बढ़ गयी.
विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिये कांग्रेस की हिना कावरे के पक्ष में चार प्रस्ताव पढ़े गये थे, जिन पर संसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने सर्मथन किया. हालांकि पांचवां प्रस्ताव बीजेपी के उम्मीदवार जगदीश देवड़ा का भी था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने पहले प्रस्ताव के अधार पर कांग्रेस की हिना कावरे को सदन में भारी हंगामे के बीच उपाध्यक्ष घोषित कर दिया.
जिस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आसंदी पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कांग्रेस ने अनैतिक तरीके से अध्यक्ष के बाद उपाध्यक्ष पद पर भी अपना उम्मीदवार चुन लिया