Home राष्ट्रीय अन्ना हजारे के अनशन का 5वां दिन, ग्रामीणों में आक्रोश…….

अन्ना हजारे के अनशन का 5वां दिन, ग्रामीणों में आक्रोश…….

19
0
SHARE
हजारे ने केंद्र और महाराष्ट्र में लोकायुक्त की तत्काल नियुक्ति और किसानों के मुद्दों के समाधान के लिए बुधवार को अहमदनगर जिला स्थित अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में अनशन शुरू किया था

अहमदनगर-पुणे राजमार्ग अवरूद्ध
81 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता की मांगों के समर्थन में किसानों एवं युवाओं ने आज सुबह यहां से करीब 38 किलोमीटर दूर पारनेर तहसील के सुपा गांव में अहमदनगर-पुणे राजमार्ग को अवरूद्ध कर दिया. इससे वहां भारी जाम लग गया.

‘अगर मुझे कुछ हुआ तो PMमोदी होंगे जिम्मेदार’
अन्ना ने कहा कि लोग मुझे ऐसे इंसान के तौर पर याद रखेंगे जो स्थिति से निपटता था, ऐसे इंसान के तौर पर नहीं जो आग भड़काता था. अगर मुझे कुछ हुआ तो लोग प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार मानेंगे.

हजारे की मांग का समर्थन
आंदोलन के संयोजक शाहिर गायकवाड़ ने पीटीआई-भाषा से कहा कि वे केंद्र में लोकपाल और उन राज्यों में लोकायुक्त की हजारे की मांग का समर्थन करते हैं, जहां यह नहीं है. साथ में, किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने और कुछ चुनाव सुधार की मांग का भी समर्थन करते हैं.

डॉ धनजंय पोटे ने की जांच
हजारे की आज सुबह स्वास्थ्य जांच करने वाले डॉ धनजंय पोटे ने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता का बीते पांच दिन में 3.8 किलोग्राम वजन कम हो गया है, जबकि उनका रक्तचाप, रक्त में शर्करा की मात्रा (ब्लड शुगर), मूत्र में क्रिटनिन की मात्रा बढ़ गई है.

दफ्तर के बाहर प्रदर्शन
जिले के करीब पांच हजार किसान हजारे के आंदोलन के समर्थन में सोमवार को अहमदनगर के कलेक्टर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर सकते हैं.

कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय शनिवार रात को रालेगण सिद्धि में हुई ग्राम सभा में लिया गया.

समर्थन व्यक्त किया
पारनेर तहसील की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता ग्राम सभा में मौजूद थे और और उन्होंने हजारे के आंदोलन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया.

ग्राम सभा में मौजूद लोगों ने राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक द्वारा हजारे के खिलाफ ‘गलत आरोप’ लगाने के लिए उनकी निंदा भी की.बहरहाल, हजारे ने लोगों से अहिंसक तरीके से प्रदर्शन करने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शालीन भाषा का इस्तेमाल करने की अपील की.

इससे पहले हजारे ने अपनी मांगों पर चर्चा के संबंध में राज्य सरकार के दूत और मंत्री गिरिश महाजन से मिलने से इनकार कर दिया था.

लोकायुक्त स्वायत्तशासी निकाय है जिसे नौकरशाहों द्वारा पद के दुरूपयोग और भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच का अधिकार प्राप्त होता है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here