बिहार में बेखौफ बदमाशों का आतंक बढ़ता जा रहा है. बिहार के बेगूसराय में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. जहां बेटी को 12वीं की परीक्षा दिलाने जा रहे पिता पूर्व मुखिया सह राजद नेता रामकृपाल महतो को बगमाशों ने गोलियों से भून दिया. 6 गोलियां लगने के बावजूद पिता ने अपनी बेटी को एग्जाम सेंटर पहुंचाया और उसके बाद रामकृपाल अस्पताल अपना इलाज कराने के लिए मोटरसाइकिल से पहुंचे. पिता और बेटी के इस अनमोल रिश्ते की खौफनाक घटना लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है. घटना बिहार के बेगूसराय जिले के वीरपुर गांव की है. रामकृपाल की बेटी 12वीं की परीक्षा दे रही है. बेटी को सेंटर पहुंचाने के लिए रामकृपाल मोटरसाइकिल से अपने घर से निकले. वीरपुर थाना क्षेत्र के फुलकारी व कारीचक के बीच स्थित लतराही में बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे रास्ते में उन पर कुछ बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और हत्या करने का प्रयास किया.
अपराधी, रामकृपाल को मार ही डालते, उन्होंने रामकृपाल के सिर पर बंदूक तान दी थी. लेकिन तभी बेटी दामिनी ने बदमाशों से पिस्तौल छीनने की कोशिश की. जिसकी वजह से गोली रामकृपाल की कनपटी पर लगने के बजाय उनके सीने में जा लगी. पिता को बचाने की कोशिश में एग्जाम देने जा रही बेटी के हाथ में भी मामूली चोटें आईं. काबिलेतारीफ बात ये है कि इस हिला देने की घटना से न पिता के हौसले पस्त हुए और न ही बेटी की हिम्मत डिगी. घायल पिता ने मोटरसाइकिल से अपनी बेटी को एग्जाम सेंटर तक पहुंचाया. बेटी ने इन हालातों में भी परीक्षा दी और पिता मोटरसाइकिल के जरिए अस्पताल पहुंचे और अपना इलाज कराया.
रामकृपाल का इलाज बेगूसराय के एक निजी क्लिनिक में हो रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. गोलियां उनके सीने में बाईं व दाईं तरफ लगीं. गोली मारने के बाद बेखौफ बदमाश वीरपुर की तरफ चले गए. जानकारी के मुताबिक 6 अपराधियों ने रामकृपाल और उनकी बेटी पर हमला किया. यह घटना सिर्फ पुत्री के लिए जिम्मेदार पिता की चिंता की नहीं बल्कि बेटी के पिता के लिए अटूट प्रेम की भी है. दामिनी ने बताया कि इन हालातों में वह परीक्षा छोड़ पिता के इलाज के लिए अस्पताल जाने की जिद्द कर रही थी लेकिन घायल रामकृपाल पिता, अपनी बेटी की परीक्षा छुड़वाने के लिए राजी नहीं हुए. घटना में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है