इंग्लैंड के कप्तान जो रूट के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शैनोन गैब्रियल को बेहद महंगा पड़ा है. गैब्रियल को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC)की आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिये चार वनडे के लिये निलंबित कर दिया गया है. इस प्रतिबंध के कारण वह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले चार मैचों में नहीं खेल पाएंगे. गौरतलब है कि गैब्रियल 43 टेस्ट, 18 वनडे और दो टी20 में कैरेबियन टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. टेस्ट में 129, वनडे में 23 और टी20 इंटरनेशनल में तीन विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं.
गैब्रियल ने इंग्लैंड के खिलाफ सेंट लूसिया टेस्ट में आईसीसी की आचार संहिता के नियम 2.13 का उल्लंघन किया जो खिलाड़ी, अंपायर या मैच रैफरी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल से संबंधित है. इसके लिये उन पर मैच फीस का 75 प्रतिशत जुर्माना लगा और उनके खाते में तीन डिमैरिट अंक जुड़े. इस तरह से गैब्रियल के पिछले 24 महीने के अंदर आठ अंक हो गये जिसके कारण उन पर चार वनडे मैच का प्रतिबंध लगाया गया.
आईसीसी ने गैब्रियल को इंग्लैंड के कप्तान जो रूट से बहस के दौरान समलैंगिकता से जुड़ी कथित टिप्पणी के कारण आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया था. स्टम्प के माइक पर दोनों के बीच हुई बातचीत रिकार्ड हो गई है . रूट ने बाद में कहा था,‘‘ इसे अपमान की तरह इस्तेमाल मत करो. समलैंगिक होने में कोई बुराई नहीं है .” रूट ने यह बताने से इनकार कर दिया कि गैब्रियल ने उनसे क्या कहा था . गैब्रियल ने अपनी गलती और सजा स्वीकार की और इस पर आगे सुनवाई नहीं होगी. आईसीसी मैच रेफरी जैफ क्रो ने उन्हें सजा सुनाई. मैदानी अंपायर राड टकर और कुमार धर्मसेना तथा तीसरे अंपायर क्रिस गैफनी ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की थी.