2019 के रण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घेराबंदी और उन्हें हराने के लिए विपक्ष मंथन में जुटा है. आम आदमी पार्टी की संविधान रैली के बाद बुधवार रात कई बड़े नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर जुटे. विपक्ष के इन बड़े नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुला जैसे नेता शामिल रहे.
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, “भारतीय संस्थानों को मोदी और RSS कब्जे में कर रहे हैं, उनसे लड़ने के लिए हम साथ हैं.” कांग्रेस का विरोध कर राजनीति में आने वाले अरविंद केजरीवाल ने राहुल के सुर में सुर मिलाए. केजरीवाल ने कहा, ”मोदी और अमित शाह ने पिछले 5 साल के अंदर देश में भाईचारा खत्म किया है उसके लिए हमें साथ आना है, ऐसा पूरा देश चाहता है.
आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वो उन पार्टियों को चुनाव से पहले ही साथ लाने का प्रयास करेंगे जो राज्य में एक-दूसरे के लिए चुनौती नहीं हैं. अंग्रेजी अखबार द हिंदु से बात करते हुए नायडू ने कहा, ”टीडीपी, कांग्रेस, टीएमसी, जेडीएस, एनसीपी, आरजेडी और दूसरी पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर एक विकल्प मुहैया करवाने के लिए साथ आ सकती हैं.”