जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ आतंकी हमलों में शहीद हुए जवानों के शव उनके घरों तक पहुंच रहे हैं. देश के अलग अलग हिस्सों में शहीदों की जय-जयकार सुनाई दे रही है. शहीदों के अंतिम दर्शन के लिए हर शहर में भारी भीड़ नम आंखों के साथ पहुंच रही है. न सिर्फ जनता पहुंच रही है बल्कि जनता के प्रतिनिधि भी शहीदों के परिजनों को ढांढस बांधने और श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शहीदसीआरपीएफ जवान मोहन लाल का शव पहुंचा. पिता के शव देखकर बेटी ने उसने रोने के बजाय शहादत को सलामी देना मुनासिब समझा. बेटी की सलामी के साथ मोहन लाल की अंतिम यात्रा की शुरुआत हुई.
बेटी की हिम्मत देखने के बाद वहां मौजूद लोगों की आंखों से आंसू फूट पड़े. बदला लेने के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा. वहीं सीआरपीएफ में एएसआई रहे मोहन लाल के पार्थिव शरीर को नमन करने के लिए बीजेपी, कांग्रेस के नेताओं के अलावा सूबे के बड़े अधिकारी भी पहुंचे. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी मोहन लाल की शहादत को सलाम किया.
बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में उस वक्त गुरुवार को हमला हुआ, जब सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था.सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED का इस्तेमाल हुआ. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया. फिलहाल 42 जवानों के शहीद होने की आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है. रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है. उधर, पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है