पुलवामा हमले के खिलाफ पूरा देश एकजुट है. तमाम विपक्षी दलों ने सरकार और सेना के साथ खड़े होने का वादा किया है. मध्यप्रदेश विधानसभा में भी पुलवामा में हुए आतंकी हमले के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया.
सोमवार से मध्यप्रदेश विधानसभा का 4 दिवसीय सत्र शुरू हुआ और इसकी शुरुआत होते ही सबसे पहले शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए सदन में 2 मिनट का मौन रखा गया. इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार 20 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई. कार्यवाही स्थगित होने के बाद सोमवार को पेश होने वाला लेखानुदान अब वित्त मंत्री तरुण भनोट बुधवार 20 फरवरी को पेश करेंगे.
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सदन में पुलवामा हमले के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रस्ताव का समर्थन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी निंदा प्रस्ताव पर सहमति जताई और सदन में कहा कि मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ संदेश जाना चाहिए.
पुलवामा हमले के बाद ये पहला मौका था जब पक्ष और विपक्ष दोनों ही तरफ के विधायक एक जगह इकठ्ठा हुए. ऐसे में पक्ष और विपक्ष दोनों ही तरफ के विधायकों ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिएं जिससे इस तरह के हमलों को रोका जा सके