प्रदेश में एक बार फिर से मौसम बदला। इससे राजधानी भोपाल के अलावा रायसेन, विदिशा और आसपास के इलाकों में देर रात 1.30 बजे ओलावृष्टि हुई। ओले गिरने के साथ ही बारिश भी शुरू हो गई। ओले गिरने की तेज आवाज से लोगों की नींद भी टूट गई। विदिशा में ग्यारसपुर क्षेत्र के घुरेरा गांव में ओले गिरने से 7 मोर मृत पाए गए हैं। रायसेन के सुल्तानगंज क्षेत्र के अनेक ग्रामों में बेर के बराबर पानी के साथ हुई ओलावृष्टि किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। रात्रि 1:10 से 3:45 के बीच रुक-रुक कर ओलावृष्टि हुई। रायसेन, विदिशा और अन्य जिलों में ओलावृष्टि से फसलों के खराब होने की संभावना बढ़ गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के 12 जिलों बैतूल, हरदा, खंडवा, देवास, सतना, छिंदवाड़ा, सागर, जबलपुर, राजगढ़, उमरिया, मंदसौर और नीमच में गुरुवार को बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि राजस्थान से विदर्भ तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अलावा एक अन्य सिस्टम भी बना है। इस वजह से कई जगह बारिश के साथ ओले गिरने का अनुमान है।
- इसके पहले बुधवार को सुबह से ही शहर में मौसम के तेवर गर्म होते रहे। दिन में पारा 33.3 और रात में 19 डिग्री पर पहुंच गया। यह इस सीजन का सबसे गर्म दिन और रात रही। उत्तर के बजाय दक्षिण-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हवा चलने से यह बदलाव आया है।
- मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि मंगलवार के मुकाबले बुधवार को दिन के तापमान में 1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई और सामान्य से यह 4 डिग्री ज्यादा रहा। हालात यह थे कि दोपहर होने से पहले ही पारा 31 डिग्री के करीब पहुंच गया था। मंगलवार को दिन में पारा 32.3 डिग्री तक ही पहुंच सका था। रात का तापमान 14.4 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें बुधवार को भी 1.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई।