सोमवार को सुबह 10 बजे चित्रकूट में दो जुड़वा भाईयों के अपहरण और फिर हत्या करने के विरोध में मौन जुलूस निकालकर श्रद्धांजलि दी गई। इसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र, आम नागरिक, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा सांसद गणेश सिंह समेत तमाम नेता शामिल हुए। इसके साथ ही सतना बंद का ऐलान किया गया है। भाजपा युवा मोर्चा ने पूरे प्रदेश में आक्रोश मार्च निकालने का निर्णय लिया है।
जानकारी के अनुसार, चित्रकूट अपहरण कांड में मृत जुड़वा भाईयों को श्रद्धांजलि देने के लिए सतना के सिविल लाइन तिराहा से कलेक्टोरेट तक मौन जुलूस निकाला गया। इसमें स्कूली बच्चे और आम नागरिकों के साथ तमाम भाजपा नेता शामिल हुए। सतना बंद के आह्वान के चलते दुकानें और बाजार बंद किए गए हैं।
शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश में बिना डर और भय के मेरे बेटे-बेटियां स्कूल जा सकें। ऐसा वातावरण बनाया जाए। जुड़वा भाईयों के परिवार को ईश्वर इस असहनीय दुख को सहन करने की ताकत दे। इसलिए दो मिनट का मौन रखा गया है।
असल में, चित्रकूट में दो बच्चों का अपहरण और फिर उनकी हत्या कर देने की घटना के बाद विपक्ष आक्रामक हो गया है। भाजपा ने प्रदेश में चरमराई कानून व्यवस्था को लेकर कल से ही सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
- पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घटना के बाद कहा कि श्रेयांश और प्रियांश के हत्यारों के खिलाफ पुलिस सबूत एकत्र करे और उन्हें फांसी के फंदे तक पहुंचाया जाए।
- अपहरण के बाद बच्चों को बचाया जा सकता था। लेकिन इसमें जो भी लापरवाही हुई, उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
- फिर किसी बच्चे को श्रेयांश और प्रियांश न बनना पड़े। फिर किसी परिवार को दुख न झेलना पड़े। इसलिए एक ऐसा तंत्र पुलिस में विकसित किया जाए, जिससे पुलिस बच्चों की सुरक्षा कर सके।
- बच्चे बिना डर-भय, आतंक के स्कूल जा सकें, उनके माता-पिता भी निर्भय रह सकें। यह डर और आतंक का वातावरण खत्म हो।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार देर रात चित्रकूट पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि अपराधियों को फांसी दिलाने तक भाजपा कार्रवाई कराने के लिए आंदोलन करती रहेगी। कांग्रेस की सरकार आते ही प्रदेश में अपराध चरम पर हैं। 13 दिन तक आईजी-डीआईजी और एसटीफ क्या करती रही? अब अपनी नाकामी छिपाने के लिए भाजपा को मोहरा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की कोई जात या पार्टी नहीं होती।
12 फरवरी को चित्रकूट स्थित सदगुरु पब्लिक स्कूल की बस से तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के जुड़वां बेटों का अपहरण हुआ था। अपहरकर्ताओं ने बीस लाख की फिरौती लेने के बाद पकड़े जाने के डर से बच्चों के हाथों में जंजीरें और पत्थर बांधकर यमुना नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने शनिवार देर रात एक बजे प्रियांश और श्रेयांश (5) के जंजीर से बंधे शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बबेरू के पास नदी से बरामद किए थे। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसमें से पांच महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र हैं। एक आरोपित शिक्षक है, जो रावत परिवार के पड़ोस में ट्यूशन पढ़ाता है।