भारत ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लिया है और एलओसी पार कर आतंकी कैंपों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है. भारतीय वायुसेना ने सोमवार की देर रात करीब 3.30 बजे मिराज के 12 फाइटर जेट से हमला किया और मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोट में स्थित आतंकी कैंप पर बमबारी कर उसके कैंप को पूरी तरह तबाह कर दिया. भारतीय वायुसेना की इस बड़ी कार्रवाई पर विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि 14 फरवरी को जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ पर फिदायीन हमला किया था. ये संगठन पाकिस्तान में दो दशक से सक्रिय है. पाकिस्तान को उनके कैंप के बारे में लगातार जानकारी दी जाती रही है, लेकिन उन्होंने इनकार किया है. उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया.
हमें सूचना मिली कि वे देश में और फिदायीन हमले कर सकते हैं. इसके बाद भारत ने बालाकोट में जैश के कैंप पर कार्रवाई की. जिसमें जैश के आतंकी और ट्रेनर ढेर हुए हैं. जैश कमांडर युसूफ अजहर भी मारा गया, वही यह कैंप चल रहा था. उन्होंने कहा कि भारत सरकार आतंकवाद से लड़ने के लिए दृढ़संकल्प है.
सूत्रों की मानें तो भारतीय वायुसेना के इस बड़े ऑपरेशन में 19 मिनट का समय लगा. भारतीय वायुसेना ने सोमवार की देर रात करीब 3.30 मिनट बजे 12 मिराज फाइटर जेट के साथ हमला किया और तीन आतंकी कैंपों को निशाना बनाया. भारतीय वायुसेना ने बालाकोट, चकोट और मुजफ्फराबाद मिलाकर कुल तीन हमले किए. बताया यह भी जा रहा है कि जैश, लश्कर और हिज्बुल के आतंकी कैंप भी इसमें शामिल थे, जिसे भारतीय वायुसेना ने नस्तोनाबूद कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के इस हमले में आतंकी कैंप पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. भारत ने करीब 19 मिनट तक कार्रवाई कर पुलवामा आतंकी हमले का बदला ले लिया. इस हमले में करीब 1000 किलो बम का इस्तेमाल किया गया.
14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए.