आतंकी कैंपों पर हमले से बौखलाया पाकिस्तान अब लगातार सीजफायर उल्लंघन पर उतर आया है. पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया है. इस बार पाकिस्तानी सेना ने बुधवार की सुबह उरी सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए सुबह फायरिंग की है. विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है. जबकि जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सेना ने मुठभेड़ के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराया है.इससे पहले भारतीय सेना ने सीमापार से पाकिस्तानी गोलाबारी का करारा जवाब देते हुए जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के उस पार स्थित पाकिस्तान की पांच चौकियां ध्वस्त कर दी. इस कार्रवाई में कई पाकिस्तानी सैनिक ‘हताहत’ हुए हैं. एक रक्षा अधिकारी ने यह जानकारी दी. एक रक्षा पीआरओ ने कहा, ‘भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की और हमारी लक्षित गोलीबारी में पांच चौकियों को गंभीर नुकसान पहुंचा और (राजौरी और पुंछ जिलों में नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्र में) पाकिस्तानी सेना के कई जवान हताहत हुए.’
उन्होंने कहा कि शाम साढे छह बजे के बाद पाकिस्तानी सेना ने हताशा के कारण नियंत्रण रेखा पर भारी हथियारों से गोलाबारी करके बिना उकसावे वाला संघर्षविराम उल्लंघन किया. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना कई इलाकों से गोली बारी कर रहे हैं. पाकिस्तानी सैनिकों को ग्रामीणों को मानव कवच के रूप में इस्तेमाल करते हुए आम नागरिकों के घरों से मोर्टार और मिसाइलें दागते हुए भी देखा गया. पीआरओ ने कहा कि हालांकि, भारतीय सेना ने आम नागरिकों की बस्तियों से अलग पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया. इसके कारण ‘बड़ी संख्या में’ पाकिस्तानी सैनिक हताहत हुए. दोनों तरफ से गोलीबारी में भारतीय सेना के पांच सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं. इनमें से दो को इलाज के लिए सेना के अस्पताल ले जाया गया है. उनकी स्थिति स्थिर है
रजौरी में लाइन ऑफ कंट्रोल से लगे 5 किलोमीटर तक के इलाकों के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया और इस दौरान सारी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. यह जानकारी रजौरी के एक सरकारी अधिकारी ने दी है.
बता दें, पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनकी कमर तोड़ दी है. पीओके के आतंकी कैंप पर भारतीय वायुसेना (indian air force) ने हवाई हमला किया और उसके सारे कैंपों को तबाह कर दिया. वायुसेना की इस बड़ी कार्रवाई में करीब 300 आतंकवादी मारे गए हैं और इसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर भी मारा गया है जो यह कैंप चला रहा था. भारतीय वायुसेना को इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने में 12 मिराज फाइटर जेट का सहारा लेना पड़ा. इतना ही नहीं, करीब 1000 किलो बम भी बरसाए गए. बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
एयरफोर्स ने एलओसी के पार जाकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर 1000 किलो के बम गिराये हैं. जानकारी के मुताबिक तड़के 3 बजे चलाए गए ऑपरेशन में एयरफोर्स के 12 मिराज फाइटर प्लेन शामिल थे. इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में शामिल मिराज- 2000 (Mirage 2000) डीप पेनिट्रेशन स्ट्राइक एयरक्राफ्ट यानी लड़ाकू विमान है. यह अंदर तक घुसकर मार करने वाला विमान है और इसकी खास बात यह है कि ये भीतर तक जाकर टारगेट को ध्वस्त करने की क्षमता रखता है. पिछले हफ्ते पोखरण में हुए वायुशक्ति में मिराज ने अपनी ताकत दिखाई थी. उसे जो भी लक्ष्य दिया गया उसको तबाह कर दिया था.
आपको बता दें एयरफोर्स की कार्रवाई में मिराज (Mirage 2000) के अलावा डीआरडीओ के बनाये गये मिनी अवाक्स भी शामिल थे, जो करीब 200 किलोमीटर दूर तक हर हरकत पर नज़र रख सकते हैं. साथ में हवा में ईंधन भरने वाला एयर टू एयर रीफ्यूल भी था. करगिल युद्ध के समय भी मिराज ने बिना एलओसी क्रॉस किए पाकिस्तानी में मौजूद आतंकी कैंपों को तबाह किया था. गौरतलब है कि कारगिल जंग के दौरान जो मिग -21 के कमांडिंग ऑफिसर थे वो आज वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोवा है. उन्होंने भी उस वक़्त मिग -21 से पाक घुसपैठियों को निशाना बनाया था.