राज्य सरकार स्पेशल ओलंपिक भारत हिमाचल प्रदेश को खेल संघ का दर्जा देने व राज्य खेल नीति में बोद्धिक रूप से अक्षम लोगों को शामिल करने की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी।
यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां अपने निवास ओकओवर में उनसे मिलने आए स्पेशल ओलंपिक में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही।
प्रदेश के यह विशेष विद्यार्थी इस वर्ष 14 से 21 मार्च तक आबु धाबी में आयोजित होने वाले 15वें विश्व स्तरीय ग्रीष्म खेल प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि स्पेशल ओलंपिक हिमाचल प्रदेश ने मनाली तथा नारकण्डा में स्पेशल ओलंपिक भारत के लिए शीतकालिन खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन सभी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने की कामना की।
मुख्यमंत्री ने राज्य कल्याण विभाग की ओर से सभी 7 विद्यार्थियों को 25 हजार रुपये के चैक प्रदान किए। इन विशेष विद्यार्थियों में निशा, विनोद, अभिषेक, चिराग, शुभम, पूजा तथा रघुनाथ शामिल है। इसके अतिरिक्त जतिन सूद ने भी इस आयोजन में संयुक्त सहयोगी के रूप में भाग लिया।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, बाल कल्याण परिषद की महा सचिव पायल वैद्य, स्पेशल ओलंपिक भारत हिमाचल प्रदेश के उपाध्यक्ष, स्पेशल ओलंपिक भारत हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रीय निदेशक परिक्षित मेहदूदिया सहित अन्य गणमान्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।