Home हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री ने पारम्परिक अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले का शुभारंभ किया….

मुख्यमंत्री ने पारम्परिक अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले का शुभारंभ किया….

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मण्डी जिले का प्रसिद्ध एवं पारम्परिक अन्तरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला आज शुरू हुआ। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने ऐतिहासिक पड्डल मैदान में मेले के औपचारिक उद्घाटन की घोषणा की।
ऐतिहासिक पड्डल मैदान में विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले और त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि मण्डी शिवरात्रि मेला व्यापारिक गतिविधियों का मुख्य केन्द्र रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचलवासियों के जीवन में देवी और देवताओं का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह त्यौहार ‘देव और मानव मिलन’ की अनुभूति एक जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि मेले का आयोजन पुराने रीति-रिवाजों के अनुरूप किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में इस मेले को सरकार ने अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि पूरा देश पुलवामा आतंकी हमले के बाद दुःखी था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर सजिर्कल स्ट्राईक कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन की भारत वापसी प्रधानमंत्री के कूटनीतिक कौशल का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि कुछ विपक्ष के नेताओं द्वारा इसका राजनीतिकरण करना ददुर्भाग्यपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान हिमाचल का संतुलित एवं समग्र विकास सुनिश्चित बनाया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत आने वाले वृद्धजनों की पेंशन 1300 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये प्रति माह कर दी गई है। उन्होंने कहा कि गृहिणी सुविधा योजना के तहत 70 हजार परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन वितरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा कि लोगां को 5 लाख रुपये का बीमा मिले। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत राज्य के 22 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं तथा शेष बचे लोगों को हिमकेयर योजना के तहत लाया जा रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2019-2020 के बजट में कई नई योजनाएं लाई गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम लोगों व उच्च श्रेणी के पर्यटकों के लिए उड़ान-2 योजना का शुभारंभ किया गया है, जिसके तहत शिमला, कुल्लू और धर्मशाला से हेलीकॉप्टर की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मण्डी को पर्यटन की दृष्टि से उभारने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मण्डी शहर में कृत्रिम झील का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ब्यास आरती का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मण्डी में शिव धाम को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मण्डी शहर के सड़कों के रखरखाव हेतु 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने नगर परिषद के भवन के निर्माण हेतु 2 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मण्डी शहर में सफाई मशीन लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मण्डी शहर में उपयुक्त स्थान पर महाराणा प्रताप और रानी खैरगड़ी की प्रतिमाएं लगाई जाएंगी। उन्होंने मण्डी में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अभियंता (परियोजना) का कार्यालय खोलने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने देवताओं के नजराने एवं बजंतरियों के मानदेय में दस प्रतिशत बढ़ौतरी की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजन समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।
इससे पूर्व, प्रसिद्ध माधो राय मंदिर में पूजा-अर्चना करने के उपरांत मुख्यमंत्री शिवरात्रि की पारम्परिक ‘जलेब’ में शामिल हुए, जो माधो राय की अगुवाई में श्री राज माधव मंदिर से शुरू होकर पड्डल मैदान पहुंची।
मुख्यमंत्री का स्वागत पारम्परिक ढंग से किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य विशेषकर मण्डी के लोगों की खुशहाली की कामना की। शोभा यात्रा के दौरान भारी संख्या में पारम्परिक परिधानों से सुसज्जित लोगों ने आयोजन की शोभा बढ़ाई। जिला के समस्त भागों से लगभग 216 देवी-देवताओं ने पारम्परिक ‘जलेब’ में भाग लिया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने श्री माधव राज मंदिर में पगड़ी रस्म तथा पूजा में भाग लिया।
इसके उपरांत, मुख्यमंत्री ने ‘सेरी मंच’ पर आयोजित विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी तथा सारस मेले का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पड्डल मैदान से पवन हंस की सीएसआर परियोजना के तहत आधुनिक मोबाइल क्लीनिक वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय मण्डी के प्रशासनिक भवन व अतिरिक्त आवासीय भवन का भी शिलान्यास किया, इसके निर्माण पर 22.65 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
उन्होंने 22 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सभागार का शिलान्यास किया तथा रति खड्ड पर बनने वाले 70 मीटर लम्बे पुल की आधारशिला भी रखी। इसके निर्माण पर 9.60 करोड़ व्यय होंगे।
मुख्यमंत्री ने तलयाहर-पैरी-रति सड़क, देयोधर-खील गलू, सैन-गुजर-रा-रोपडू सड़क, बटोर से बटाहर, बटाहर से बटाहन, सैंज से सदोह तथा चम्बी से कुठहाड़ सड़क मार्गों के स्तरोन्यन के लिए भूमि पूजन किया जिस पर क्रमशः 2.89 करोड़, 6.64 करोड़, 7.42 करोड़, 2.68 करोड़, 2.89 करोड़, 6.84 करोड़ तथा 2.49 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
उपायुक्त एवं शिवरात्रि मेला समिति के अध्यक्ष ऋग्वेद ठाकुर ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और सम्मानित किया। उन्होंने सप्ताहभर चलने वाले मेले की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले की समृद्ध संस्कृति और इतिहास के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यह प्रयास किए गए हैं कि ज़िले की कला, संस्कृति और रीति-रिवाजों को विभिन्न गतिविधियों के साथ जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि गत कुछ वर्षों में सरस मेला लोगों के लिए आकर्षण के केन्द्र के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेले की विषयवस्तु  (थीम) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ रखा गया है।
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह, ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा, सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक सर्वश्री कर्नल इन्द्र सिंह, राकेश जमवाल, जवाहर ठाकुर, हीरा लाल, इन्द्र सिंह गांधी और प्रकाश राणा, पूर्व मंत्री रूप सिंह ठाकुर, मिल्कफैड के अध्यक्ष निहाल चन्द शर्मा, जिला परिषद की अध्यक्षा सरला ठाकुर, मण्डी नगर परिषद की अध्यक्षा सुमन ठाकुर, महासचिव बाल कल्याण परिषद पायल वैद्य, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष राजबली, अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक पवन हंस लिमिटेड टी.ए. दया सागर, पुलिस अधीक्षक मण्डी गुरदेव शर्मा अन्यों सहित इस अवसर पर उपस्थित थे।

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