गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र को क्षेत्रफल के लिहाज से देश का दूसरा सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है. इस संसदीय क्षेत्र में मंडी जिला के 9, कुल्लू जिला के चार, लाहौल स्पीति और किन्नौर जिला का 11 और शिमला जिला का रामपुर और चंबा जिला का भरमौर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं.
डीसी एवं निर्वाचन अधिकारी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मंडी संसदीय क्षेत्र में चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. ईवीएम और वीवीपैट मशीनें पहुंच चुकी हैं. ठाकुर ने कहा कि 19 अप्रैल तक के 18 वर्ष की आयु पूरे करने वाले युवा अपना वोटर आईडी बनवा सकेंगे.
इसके अलावा जिन लोगों के वोट नहीं बने हैं उनके पास 19 अप्रैल तक का मौका है.17 विधानसभा क्षेत्रों में 22 महिला कर्मी बूथ बनाए जाएंगे. चुनाव की घोषणा होने के बाद मतदाता सूची में किसी भी व्यक्ति का नाम नहीं कटेगा चाहे किसी की मौत ही क्यों न हो गई हो.
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद हथियार लेकर चलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. इसके अलावा जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. चुनाव से संबंधित कोई भी शिकायत टोल फ्री नंबर 1950 पर दर्ज करवाई जा सकती है.
डीसी ने मतदान केंद्रों का ब्यौरा देते हुए बताया कि विधानसभा क्षेत्र भरमौर में 145 मतदान केंद्र, लाहौल-स्पीति में 92, मनाली में 109, कुल्लू में 151, बंजार में 145, आनी 139, करसोग में 104, बल्ह में 99, द्रंग में 128, सरकाघाट में 110, किन्नौर में 126, रामपुर में 150, जोगिंद्रनगर में 130, मंडी में 104, नाचन में 113 और सराज में 129 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.
डीसी ऋग्वेद ने कहा कि 17 विधानसभा क्षेत्रों में 2-2 महिला कर्मी बूथ बनाए जाएंगे जहां केवल महिला कर्मियों की देखरेख में मतदान प्रक्रिया संपन्न होगी. हर हलके में 33 उड़न दस्ते 24 घंटे सक्रिय रहेंगे. ग्रामीण क्षेत्रों से 32 घंटे के अंदर सरकारी होर्डिंग्स, झंडे और बैनर हटाने के निर्देश दिए गए हैं. चुनाव ड्यूटी पर लगी सभी गाड़ियां जीपीएस से लैस रहेंगी. वहीं, मंडी संसदीय क्षेत्र के कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 151 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.