अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले और पिछले कुछ समय से लोकसभा चुनाव में खुद के लिए टिकट हासिल करने को लेकर पार्टी के आलाकमान पर दबाव की राजनीति करने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर एक बार फिर चर्चा में हैं.
बाबूलाल गौर ने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही एक बार फिर लोकसभा चुनाव के लिए ताल ठोकते हुए कहा, ‘दिल्ली अब दूर नहीं. मध्य प्रदेश की विधानसभा तो 10 बार देख ली अब दिल्ली देखने की इच्छा है.’ बाबूलाल गौर ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव आ गया है और मुझे उम्मीद है कि पार्टी मुझे लोकसभा का टिकट जरूर देगी.’
पूर्व मुख्यमंत्री गौर ने अपने इस बयान के पीछे तर्क दिया कि बीजेपी के कार्यकर्ता महाकुंभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भोपाल आए थे तो उन्होंने कहा था, ‘बाबूलाल गौर, एक बार और’.आपको बता दें कि बाबूलाल गौर इससे पहले भी कई बार चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भी गौर ने खुद के लिए टिकट मांगा था, लेकिन उम्र का हवाला देकर उन्हें टिकट नहीं दिया गया. इसके बाद गौर ने पार्टी पर दबाव बनाया और बहू कृष्णा गौर के लिए गोविंदपुरा सीट से टिकट ले लिया.
विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद बाबूलाल गौर लोकसभा चुनाव के लिए भी प्रेशर पॉलिटिक्स में लगे हैं. विधानसभा चुनाव के बाद से गौर लगातार कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उनके बेटे जयवर्द्धन सिंह, अजय सिंह (राहुल), जीतू पटवारी और हर्ष यादव समेत कई नेता उनसे मिल चुके है.बाबूलाल गौर तो यहां तक दावा कर चुके हैं कि दिग्विजय सिंह ने उन्हें कांग्रेस में शामिल होकर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर तक दिया है. बाबूलाल भोपाल की गोविंदपुरा विधानसभा सीट से 10 बार विधायक रह चुके थे और अब उनकी बहू कृष्णा गौर उसी सीट से विधायक हैं.