छिंदवाड़ा में बैंड बजाने की ट्रेनिंग देने वाले इंस्टिट्यूट खोलने वाले कमलनाथ के बयान के बाद कांग्रेस भले ही बैकफुट पर आई हो लेकिन अब कांग्रेस ने अपने ही नेता के बयान को आधार बनाते हुए इसका सियासी फायदा उठाने की शुरुआत कर दी है.मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर बैंड बजाकर मुख्यमंत्री कमलनाथ का बैंड-बाजा इंस्टिट्यूट खोलने की घोषणा पर आभार जताया.
दरअसल, कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में बयान दिया था कि उनकी इच्छा अपने संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा में एक इंस्टिट्यूट खोलने की है, जहां लोग बैंड बाजा बजाना सीखें और पैसे कमाएं. कमलनाथ ने बयान देते हुए कहा था कि शादियों और अन्य कार्यक्रमों में बैंड बाजा बजाने वालों की बड़ी संख्या में ज़रूरत होती है लेकिन लोगों का हुनर विलुप्त होता जा रहा है और इसलिए इस तरह के इंस्टिट्यूट से उनको मदद मिलेगी.
कमलनाथ के इस बयान के बाद बीजेपी ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला था और उस पर युवा बेरोजगारों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया था. लेकिन गुरुवार को मध्य प्रदेश के धानुक बंशकार समाज और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर विदिशा से बैंड पार्टी को बुलवाकर डीजे की धुन पर बैंड बाजा बजाकर मुख्यमंत्री का आभार जताया.मध्यप्रदेश के धानुक-बंशकार के प्रदेश अध्यक्ष विजय सिरवैया ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने हमारे बैंड बाजे वालों के बारे में सोचा है इसलिए हमलोग मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करने आए हैं.
बीजेपी ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर बैंड बजाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि लोगों से पहले कांग्रेस ने खुद का ही बैंड बजवा लिया है. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा कि ये तो कांग्रेस का अपना बैंड था. अच्छा है कि भगवान ने कांग्रेस को सद्बुद्धि दी कि उसने खुद का बैंड बजवा लिया है और अब बाकी बैंड बजाने का काम जनता का है तो वो अप्रैल और मई में कांग्रेस के देशभर में बैंड बाजे बज जाएंगे.उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो झूठे वादे किए हैं उनका असर दिखने लगा है इसलिए घर के सूफी, घर के कव्वालों को बुलाकर कहानी गढ़ने से मज़ा नहीं आएगा. आपके बैंड बाजे बज चुके हैं, कभी आप कहते हो बैंड बाजे बजाओ, देसी के साथ विदेशी भी पी जाओ. भगवान ना करे ऐसा बदलाव का वक़्त किसी भी प्रदेश को नसीब हो