मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बीच एक दर्जन से ज्यादा लोकसभा सीटों पर खींचातानी के बीच केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की शुक्रवार को हुई बैठक में गुना-शिवपुरी से ज्योतिरादित्य सिंधिया, झाबुआ-रतलाम से कांतिलाल भूरिया, छिंदवाड़ा से नकुलनाथ, धार से गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, खंडवा से अरुण यादव के नाम पर सहमति बन गई है। इन नामों पर अंतिम मुहर आगामी सीईसी की बैठक में लगने की संभावना है।
इसी बीच सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र गुना-शिवपुरी के दस दिन के दौरे की शुरुआत रविवार से करने जा रहे हैं, वे इस दौरान उनके लोकसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण बैठक लेंगे। आलाकमान के निर्देश पर ग्वालियर से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया भी चुनाव लड़ सकती है।स्क्रीनिंग कमेटी की सुबह हुई बैठक में सागर से प्रभु सिंह को चुनाव लड़ाए जाने की बात सामने आई। सिंह के नाम पर नाथ, दिग्विजय और सिंधिया तीनों की सहमति बताई जा रही है। बैठक में करीब एक दर्जन सीटों पर कमलनाथ और दिग्विजय के बीच खींचातानी नजर आई।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह स्वयं के लिए राजगढ़ की सुरक्षित सीट चाहते हैं, जबकि मुख्यमंत्री उन्हें राजधानी भोपाल से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। दिग्विजय भोपाल के बजाए इंदौर पसंदीदा सीट मानते हैं। होशंगाबाद सीट के लिए मुख्यमंत्री की पसंद शैलेंद्र दीवान हैं, जबकि सिंह की ओर से रामेश्वर नीखरा का नाम है। इस सीट से सुरेश पचौरी भी जोर आजमाइश में लगे हैं। विदिशा से दिग्विजय राजकुमार पटेल को चाहते हैं, वहीं, कमलनाथ की इच्छा शैलेंद्र पटेल को लड़ाने की है।
ऐसी ही कुछ स्थिति जबलपुर में है, जहां नाथ की ओर से विश्वमोहन दास का नाम है, जबकि दूसरे गुट की ओर से अन्नू जगत सिंह और प्रेम दुबे के नाम सामने आ रहे हैं। इस सबके बीच सतना सीट को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार सिंह आमने सामने आ गए हैं। अजय सिंह को सतना से टिकट मिलने की स्थिति में राजेंद्र कुमार सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात सामने आई है, हालाकि अजय सिंह को पार्टी सीधी से भी चुनाव लड़ा सकती है।
भिंड, टीकमगढ़, खजुराहो, देवास, उज्जैन, खरगौन, बालाघाट, मंडला, शहडोल, बैतूल सीट पर प्रत्याशी चयन को लेकर आगे स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में चर्चा होगी।