जनता दल (सेक्युलर) के महासचिव दानिश अली ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा देकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थाम लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘जब मैं जेडीएस में था तब भी कभी कुछ नहीं मांगा। यह तय करना एचडी देवगौड़ा जी के पास था मुझे क्या काम सौंपेंगे। मैं देवेगौड़ा जी का आशीर्वाद और अनुमति लेने के बाद यहां आया हूं। उन्होंने कहा, बहन जी मुझे जो काम देंगी वह काम करूंगा।’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश में जेडीएस का कोई खास जनाधार है। तमाम कोशिशों के बावजूद मैं अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि पर पार्टी को उस मुकाम तक नहीं पहुंचा सका। आज संविधान पर खतरा मंडरा रहा है, ऐसे में जरूरत इस बात की है कि एक मजबूत नेतृत्व के साथ अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाए।”
दानिश अली जेडीएस के कद्दावर नेता रहे हैं। कर्नाटक में सरकार बनाने से लेकर अभी हाल ही में कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे में उनकी अहम भूमिका थी। गौरतलब है कि पिछले साल 15 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव का परिणाम आया था, जिसमें जेडीएस तीसरे स्थान पर आई थी और उसने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने में कामयाबी पाई थी।