डॉ. रिचा वर्मा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के अंतर्गत निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न होने तक सभी बैंक व्यक्तिगत खातों से संदिग्ध लेन-देन पर कड़ी नजर रखें. किसी भी ऐसे व्यक्तिगत खाते में जिसमें पिछले दो माह से एक लाख रुपए से अधिक की जमा अथवा निकासी न हुई हो और अचानक इस तरह का असामान्य लेन-देन होने पर इस पर कड़ी नजर रखें.जिला में अथवा किसी निर्वाचन क्षेत्र में एक बैंक खाते से आरटीजीएस के माध्यम से बहुत सारे व्यक्तिगत बैंक खातों को असामान्य रूप से राशि हस्तांतरित होने पर (जिसकी पूर्ववर्तिता न रही हो) उन्हें भी निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान संदिग्ध लेन-देन की श्रेणी में रखें. इसके अतिरिक्त उम्मीदवार के व्यक्तिगत खाते, उनके जीवनसाथी (पति अथवा पत्नी) अथवा आश्रितों जो कि उनके शपथपत्र में दर्शाए गए हैं, उनके खातों में एक लाख रुपए से अधिक का लेन-देन, किसी राजनीतिक दल के खाते में एक लाख से अधिक की राशि की जमा या निकासी और अन्य किसी तरह का संदिग्ध नकद लेन-देन, जो कि मतदाताओं को लुभाने में उपयोग में लाए जाने की संभावना हो, उस पर सभी बैंक पैनी नजर रखें.
उन्होंने कहा कि उपरोक्त सभी बिंदुओं पर बैंक दैनिक आधार पर रिपोर्ट तैयार करें और अग्रणी जिला प्रबंधक के माध्यम से जिला नर्वाचन अधिकारी और नोडल अधिकारी एवं एडीसी को भी इसे भिजवाना सुनिश्चित करें.