शास्त्रों में प्रदोष व्रत भगवान शिव की महा कृपा पाने का दिन है. जो प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ता है उसे सोम प्रदोष व्रत कहते हैं. सोम प्रदोष व्रत करके कोई भी भक्त अपने मन की इच्छा को बहुत जल्द पूरा कर सकता है. हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है. किसी भी प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय सूर्यास्त से 45 मिनट पूर्व और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक की जाती है.
सोम प्रदोष का व्रत करके जीवन के समस्त रोग दोष शोक कलह क्लेश हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं. सोम प्रदोष का व्रत करने वाला व्यक्ति सदा सुखी रहता है, उसके सम्पूर्ण पापों का नाश इस व्रत से हो जाता है. सोम प्रदोष व्रत करने से सुहागिन स्त्रियों का दांपत्य जीवन कलह क्लेश से मुक्त होता है और मन मे शांति आती है. कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस व्रत को विधि विधान और तन, मन, धन से करता है उसके सभी दु:ख दूर हो जाते हैं.
सोम प्रदोष व्रत की सावधानियां और नियम-
घर में और घर के मंदिर में साफ सफाई का ध्यान रखें.
साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही भगवान शिव परिवार की पूजा करें.
सारे व्रत विधान में मन में किसी तरीके का गलत विचार ना आने दें.
अपने गुरु और पिता के साथ सम्मान पूर्वक बात करें.
सारे व्रत विधान में अपने आप को भगवान शिव को समर्पण कर दें.
घर में हो सके तो तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन का प्रयोग ना करें.
घर में आपसी सदस्य कलह क्लेश बिल्कुल ना करें.
सोम प्रदोष व्रत के लाभ क्या है-
सोम प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव की पूर्ण कृपा प्राप्त की जा सकती है. इससे जीवन में किसी प्रकार का अभाव नहीं रह जाता है. आर्थिक संकटों का समाधान करने के लिए प्रदोष व्रत अवश्य करना चाहिए. प्रदोष व्रत के प्रभाव से हर तरह के रोग दूर हो जाते हैं और बीमारियों पर होने वाले खर्च में कमी आती है. अविवाहित युवक-युवतियों को प्रदोष व्रत अवश्य करना चाहिए. इससे उन्हें योग्य वर-वधू की प्राप्ति होती है. भगवान शिव ज्ञान और मोक्ष के दाता है. अध्यात्म की राह पर चलने की चाह रखने वालों को प्रदोष व्रत अवश्य करना चाहिए.
सोम प्रदोष पर करें दिव्य उपाय-
1. सुखी दांपत्य जीवन के लिए- यदि सप्तम भाव मे पापी ग्रहों के कारण आपके दांपत्य जीवन मे खटास आ गयी है तो 5 लाल गुलाब के फूलों को गुलाबी धागे में पिरोएं और पति-पत्नी मिलकर शाम के समय भगवान शिव को नमः शिवाय 27 बार बोलकर अर्पण करें. ऐसा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी किसी निर्धन कन्या के विवाह में कुछ खाने की सामग्री दान दें.
2. रोग से मुक्ति पाने के लिए- सफेद चंदन में गंगाजल मिलाकर इसका लेप सोम प्रदोष के दिन शाम के समय भगवान शिवलिंग पर करें और गाय के घी का दीया जलाकर रोग शांति की प्रार्थना करें.
3. सरकारी नौकरी पाने के लिए- जिन लोगों के सरकारी नौकरी में दिक्कत आ रही हो वह सोम प्रदोष के दिन शाम के समय भगवान शिवलिंग को जल में कच्चा दूध मिलाकर स्नान कराएं और शुद्ध चन्दन का इत्र अर्पण करें. साथ ही देसी घी का दीया जलाएं. प्रणाम करके प्रार्थना जरूर करें. इससे सरकारी नौकरी की चिंता परेशानी बहुत जल्द खत्म होगी.