सोमवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए कमलनाथ के बयान पर अपना जवाब दिया. दिग्विजय ने एक के बाद एक दो ट्वीट किए. पहले ट्वीट में उन्होंने कमलनाथ का धन्यवाद कहा और लिखा ‘धन्यवाद कमल नाथ जी को जिन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया.
उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूं’. हालांकि इसके बाद के ट्वीट में दिग्विजय ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि चुनौती को स्वीकार करना उनकी आदत है. दिग्विजय ने लिखा कि ‘मैं राघोगढ़ की जनता की कृपा से 77 की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था. चुनौतीयों को स्वीकार करना मेरी आदत है. जहां से भी मेरे नेता राहुल गांधी जी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूं. नर्मदे हर’.
इस दूसरे ट्वीट को कटाक्ष इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि माना जा रहा है कि सबसे कठिन सीटों पर चुनाव लड़ने की सलाह देकर कमल नाथ ने दिग्विजय के सामने बड़ी चुनौती रख दी थी लेकिन दिग्विजय ने बड़ी ही शालीनता से इसका जवाब दे दिया. अपको बता दें कि दिग्विजय सिंह के राजगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है क्योंकि उसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है लेकिन 2014 की मोदी लहर में यहां कमल खिला था. खुद दिग्विजय सिंह यहां से चुनाव जीत चुके हैं लेकिन कमलनाथ चाहते हैं कि दिग्विजय सिंह उस सीट से चुनाव लड़ें जहां कांग्रेस लंबे अरसे से नहीं जीत पाई है. वहीं बातों बातों में दिग्विजय ने इतना तो साफ कर दिया कि वो लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं और कमलनाथ नहीं बल्कि राहुल गांधी जहां से कहेंगे वो वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हैं.
बीजेपी ने दिग्विजय के ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा है कि दिग्विजय सिंह ने सार्वजनिक रूप से कमलनाथ नहीं बल्कि राहुल गांधी को अपना नेता कहकर ये दिखाने की कोशिश की है कि वो गांधी परिवार के ज्यादा करीबी हैं और राहुल गांधी जहां से कहेंगे वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हैं