मध्यप्रदेश के सागर जिले की बंडा तहसील में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. इस घटना ने खून के रिश्तों को तार-तार कर दिया और जघन्यता की सारी सीमाएं लांघ दीं. क्या गुजरी होगी उस मासूम पर जिसकी अस्मत की रक्षा करने वाले भाइयों और पिता समान चाचा ने ही पहले तो उसे अपनी हवस का शिकार बनाया और बाद में सिर काटकर उसकी हत्या कर दी.
पत्रकार वार्ता में इस लोमहर्षक मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने भी इसे जघन्यतम करार दिया. सागर एसपी अमित सांघी ने बताया कि 14 मार्च को सूचना मिली थी कि एक खेत में नाबालिग की सिर कटी लाश बरामद हुई है. क्योंकि मामला जघन्य था इसलिए गहराई से तफ्तीश की गई.
मामले में मृतक के परिजनों से पूछताछ की गई तो उनके बयानों में असमानता पाई गई. इसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो जो पता चला वह दिल दहलाने वाला था. बारह साल की नाबालिग के साथ उसी के तरुण भाइयों ने चाचा के साथ मिलकर चाचा के ही घर में सामूहिक बलात्कार किया. इसके बाद जब मासूम ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही तो उसे मौत के घाट उतारने से भी नहीं हिचके.आरोपियों ने पहले तो उसका गला घोंटा और बाद में हंसिये से उसका सिर काटकर शव खेत में फेंक दिया. पुलिस की गिरफ्त से अब तक दूर वारदात के मुख्य आरोपी रामदास अहिरवार पर 25000 का इनाम घोषित किया गया है. चाचा बंसीलाल, चाची सुशीला, भाई ब्रजेश और एक नाबालिग भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.