देश में 2019 के आम चुनाव का ऐलान हो चुका है. 9 मार्च को चुनाव आयोग ने चुनाव की अधिसूचना जारी की थी. अधिसूचना जारी होने से ठीक पहले तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धुंआधार प्रचार और उद्घाटन कर रहे थे. विपक्ष ने आयोग पर चुनाव का ऐलान करने में देरी का आरोप लगाया था. चुनाव के ऐलान से ठीक पहले तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस कदर व्यस्त थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस दरम्यान पीएम मोदी ने 35 हजार किलोमीटर की यात्रा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 फरवरी से 9 मार्च के बीच इन तीन दिनों में कुल 36 हजार 956 किलोमीटर की यात्रा की. इस दौरान एक दिन में प्रधानमंत्री ने अधिकतम 6 हजार 654 किलोमीटर की यात्रा की.
प्रधानमंत्री ने इस अवधि में कुल 158 योजनाओं का उद्घाटन किया. अगर पूरे 30 दिनों का औसत निकाला जाए तो पीएम ने इस एक महीने में रोजाना 5 प्रोजेक्ट लॉन्च किए हैं. इसमें भी उन्होंने अधिकतम एक दिन में बिहार/झारखंड में 23 और गुजरात में 17 प्रोजेक्ट लॉन्च किए.चुनाव के ऐलान से ठीक पहले प्रधानमंत्री ने तूफानी यात्राएं कीं. इस चुनावी समय में पीएम ने कुल 17 राज्यों की यात्राएं कीं. इसमें भी उन्होंने सबसे ज्यादा दौरा सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश का किया. पीएम मोदी बखूबी जानते हैं कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है. इसीलिए उन्होंने 30 दिनों से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश का ही दौरा किया.
8 फरवरी से लेकर 9 मार्च के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुल 8 बार यूपी का दौरा किया. सबसे ज्यादा 80 सीटें होने के लिहाज से प्रधानमंत्री ने सबसे ज्यादा ताकत भी यहीं झोंकी है. बीते दिनों पीएम मोदी ने यूपी को मेट्रो समेत कई अहम योजनाओं का उद्घाटन किया है. पीएम ने हाल ही में काशी कॉरिडोर का शिलान्यास किया है.
विपक्ष ने इसीलिए चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वे पीएम मोदी के उद्घाटन कार्यक्रमों के चलते ही अधिसूचना जारी करने में देर कर रहे हैं, ताकि उन्हें इसका वक्त मिल जाए. पुलवामा हमले के बाद भी पीएम मोदी लगातार रैली कर रहे थे. इस दौरान वे लगातार ये भी कहते रहे कि ये देश न रुकेगा न थकेगा, लगातार आगे बढ़ता रहेगा.