सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त बीसीसीआई के लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन ने टीवी चैट शो के दौरान महिलाओं के प्रति विवादास्पद टिप्पणी के मामले में सुनवाई के लिए भारतीय खिलाड़ियों हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल को नोटिस भेजे हैं.
‘कॉफी विद करण’ शो पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए प्रशासकों की समिति ने पंड्या और राहुल को अस्थाई रूप से निलंबित किया था, लेकिन बाद में लोकपाल द्वारा जांच लंबित रहने तक प्रतिबंत हटा दिया गया. न्यायमूर्ति जैन ने सोमवार को पीटीआई से कहा, ‘मैंने पिछले हफ्ते हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल को नोटिस जारी कर उन्हें सुनवाई के लिए पेश होने को कहा है.’
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है बीसीसीआई मौजूदा आईपीएल के बीच सुनवाई के लिए पंड्या और राहुल की फ्रेंचाइजियों क्रमश: मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब के साथ कैसे समन्वय बैठाकर इनके सुनवाई के लिए पेश होने का इंतजाम करेगा.
पता चला है कि दोनों टीमों के बीच मुंबई में 10 अप्रैल को होने वाले आईपीएल मैच से पहले दोनों सुनवाई के लिए पेश हो सकते हैं. बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘दोनों आईपीएल में खेल रहे हैं और लगातार मैचों के साथ कार्यक्रम काफी व्यस्त है और काफी यात्रा करनी है.’
बीसीसीआई के तदर्थ नैतिक अधिकारी की भी भूमिका निभा रहे लोकपाल ने स्पष्ट किया कि इस मामले के तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इन दोनों का सुनवाई के लिए पेश होना जरूरी होगी. न्यायमूर्ति जैन ने कहा, ‘प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के अनुसार मुझे उनका पक्ष सुनना होगा. यह उन पर निर्भर करता है कि वे कब पेश होना चाहते हैं.’
दोनों ने इसके बाद बिना शर्त माफी मांगी थी और जांच लंबित रहने तक अस्थाई तौर पर उनका प्रतिबंध हटा दिया गया था. जैन के पद संभालने के बाद सीओए ने यह मामला जांच पूरी करने के लिए उन्हें सौंप दिया. जैन को भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के कथित ‘हितों के टकराव’ मामले की शिकायत भी मिली है.
गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के सलाहकार की दोहरी भूमिका निभा रहे हैं. जैन ने कहा, ‘मुझे सोमवार को विभिन्न मुद्दों पर नई शिकायत मिलने की उम्मीद है. मुझे नहीं पता कि यह मुद्दा (गांगुली का हितों का टकराव) उसमें होगा या नहीं. जब भी मेरे सामने यह मामला आएगा, मैं इसे विस्तृत रूप से देखूंगा.’