Home मध्य प्रदेश नर्मदा के बड़े हिस्से को रेत माफिया ने छलनी कर डाला…

नर्मदा के बड़े हिस्से को रेत माफिया ने छलनी कर डाला…

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मां नर्मदा ही हमारी पहचान है। इसके बड़े हिस्से को रेत माफिया ने छलनी कर डाला, अब बढ़ रही गंदगी भी भारी नुकसान पहुंचा रही है। घटते जलस्तर से पाट सिकुड़ने लगा है और गाद के बीच किनारों का पानी आचमन लायक भी नहीं रह गया है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ताजा रिपोर्ट साफ कर चुकी है कि नर्मदा का जल ए से बी ग्रेड का हो चुका है, यानी पीने लायक नहीं है। नपा ने यहां अभी तक सफाई अभियान नहीं चलाया है जबकि कई नेताओं ने नर्मदा की स्वच्छता के मुद्दे पर ही चुनाव लड़े थे।

  1. नालों का पानी : नर्मदा में गंदे नाले सीधे मिलते हैं। कोरीघाट के नाले से पानी रुक-रुक कर जाता है तो कलेक्टोरेट से लेकर नर्मदा ब्रिज तक एक दर्जन से ज्यादा जगहों से गंदा पानी सीधे नर्मदा में जा रहा है।
  2. रसायनयुक्त पानी : नर्मदा में रसायनयुक्त पानी भी जा रहा है। इस कारण नर्मदा प्रदूषित हो रही है। खेतों में डल रही कीटनाशक पानी के साथ बहते हुए नर्मदा में आती हैं। इससे पानी दूषित होता है।
  3. घाटों पर फैली गंदगी : नर्मदा में घाटों पर गंदगी बढ़ रही है। नालों के पानी जाने के अलावा लाेग साबुन लगाकर नहाते हैं। कपड़े धोते हैं। अस्पतालों के कपड़े भी यहां धुलते हैं।

ऐसे पता चलता है नर्मदा जल पीने लायक है या नहीं 

  • फिजीकल पैरामीटर और दूसरे केमिकल पैरामीटर में बीओडी, सीओडी, डीओ की जांच होती है।
  • फिजीकल में तापमान, पीएच की प्रमुख रूप से जांच की जाती है। इस आधार पर जल को दर्जा मिलता है।
  • ए ग्रेड यानी पानी पीने के योग्य है, बी और सी ग्रेड में पानी प्रदूषित माना जाता है।

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