भोपाल। हवाला कारोबार टैक्स चोरी के शक में मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर रविवार तड़के शुरू हुई कार्रवाई सोमवार को इस समय तक जारी है। सोमवार की दोपहर आयकर विभाग के कुछ अधिकारी अश्विन के घर से पांच बड़े सीलबंद बक्से लेकर बाहर निकले हैं। इनके पीछे कुछ कर्मचारी नोट गिनने की मशीन लेकर चल रहे थे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन बक्सों में नोट हो सकते हैं। रविवार देर रात अश्विन के घर नोट गिनने के लिए करीब छह मशीन ले जाईं गई थी। माना जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम आज छापे में मिले बैंक खातों और लॉकर्स की जांच कर सकती है। जानकारी मिली है कि आयकर विभाग की टीम ने अश्विन का पासपोर्ट जप्त कर लिया है
रविरार शाम को भोपाल में अश्विन शर्मा के प्लेटिनम प्लाजा स्थित निवास पर सीआरपीएफ और पुलिस के टकराव के बाद इंदौर में मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कण के निवास पर सीआरपीएफ की एक ओर कंपनी तैनात कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इधर देर रात तक निर्वाचन आयोग को इस छापे की सूचना नहीं दी गई थी। रविवार को भोपाल में सीआरपीएफ और मध्य प्रदेश पुलिस के बीच हुए टकराव की राज्यपाल ने गृहसचिव और मुख्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है मोदी सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को ठप्प करके उन्हें राजनीतिक काम मे लगा दिया है। अब ये संस्थाए भाजपा की रैलियों में करोड़ों रुपये की राशि के भुगतान की जानकारी भी हासिल कर लें। भोपाल में स्थानीय पुलिस और न्याय तंत्र को विश्वास में लिए बिना जो कार्यवाही की गयी है, वह संघीय ढांचे में प्रदत्त राज्य के अधिकारों का अतिक्रमण है। केंद्र को राज्य की पुलिस या उसकी न्याय व्यवस्था पर अविश्वास व्यक्त कर उसे तिरस्कृत करने की छूट नही दी जा सकती। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आयकर विभाग स्वयं पुलिस की भूमिका निभाने लगा है।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मांग की है कि कमलनाथ अपना इस्तीफा दें। वे यह बताएं कि उनके ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और निज सचिव राजेंद्र मिगलानी के यहां से जो करोड़ों रुपए बरामद हुए हैं वह कालाधन किसका है। उन्होंने कहा कि जनता समझ सकती है कि यह पैसा किसकी शह पर इकट्ठा किया गया। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।