Home मध्य प्रदेश खजुराहो से BJP प्रत्याशी घोषित किए गए वीडी शर्मा का विरोध…

खजुराहो से BJP प्रत्याशी घोषित किए गए वीडी शर्मा का विरोध…

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खजुराहो से भाजपा प्रत्याशी घोषित किए गए वीडी शर्मा का जमकर विरोध हो रहा है। कई जगह पुतले जलाए जाने की खबर है। विरोध में मुड़वारा विधानसभा से विधायक रहे गिरिराज किशोर (राजू) पोद्दार ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। धार और भिंड लोकसभा सीट पर कांग्रेस में प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है। लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होते ही

चुनाव लड़ने की दावेदारी की थी। उनका नाम चर्चा में आने के बाद स्थानीय नेताओं ने विरोध करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के घर बैठक की थी। बैठक के बाद बाबूलाल गौर ने कहा था कि ये वीडी शर्मा कौन है?, मैं उन्हें नहीं जानता। इस घटनाक्रम के कुछ दिन बाद कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम घोषित होने के बाद वीडी शर्मा का नाम भोपाल से गायब हो गया।

कांग्रेस की ओर से भोपाल से दिग्विजय सिंह का नाम आने के बाद भोपाल से मुरैना से प्रत्याशी बनाए गए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के चुनाव लड़ने की चर्चा पार्टी फोरम में हुई। इसी बीच वीडी शर्मा ने मुरैना से दावेदारी ठोक दी। लेकिन नरेंद्र सिंह तोमर की अमित शाह से अच्छी ट्यूनिंग के चलते वीडी को मुरैना से चुनाव लड़ाने पार्टी ने मना कर दिया। आरएसएस से अपने तगड़े संबंधों की वजह से वीडी खजुराहो से टिकट पाने में कामयाब हो गए।

रविवार को खजुराहो से वीडी शर्मा का नाम घोषित होते ही खजुराहो संसदीय क्षेत्र में विरोध शुरू हो गया। खजुराहो संसदीय क्षेत्र के कटनी जिले की मुड़वारा विधानसभा से विधायक रहे गिरिराज किशोर (राजू) पोद्दार ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को इस्तीफा भेज दिया। पोद्दार ने खुद को प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य से भी अलग कर लिया है। कटनी में कुछ और नेता पार्टी के इस फैसले से खफा हैं। खजुराहो में कई जगह पुतले जलाए जा रहे हैं।

धार और भिंड लोकसभा सीट पर कांग्रेस में प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है। धार से युवा चेहरे दिनेश गिरवाल को मैदान में उतारे जाने का वहां से दो बार (1999-2004 और 2009-2014) सांसद रहे गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी ने विरोध किया है। राजूखेड़ी 1990 में भाजपा से विधायक भी रह चुके हैं, बाद में वे कांग्रेस में शामिल हुए। दिन भर उनकी भाजपा में जाने की चर्चा रही। राजूखेड़ी को टिकट दिए जाने का राज्य सरकार में मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल, पांचीलाल मेड़ा और प्रताप ग्रेवाल समर्थन कर रहे थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।

भिंड लोकसभा से देवाशीष जरारिया को टिकट दिए जाने का जिला कांग्रेस इकाई और पार्टी पदाधिकारियों ने विरोध किया है। हालांकि खुलकर कोई मैदान में सामने नहीं आया है। जरारिया के बारे में यह भी चर्चा है कि बीते साल 2 अप्रैल 18 को ग्वालियर चंबल क्षेत्र में हुई सामाजिक आंदोलन के दौरान उन्होंने एक वर्ग विशेष के प्रति गलत शब्दों का प्रयोग किया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसका खमियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है। उनके विरोध की वजह यह भी है कि वे महज छह महीने पहले बसपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। बताया जा रहा है कि स्थानीय कर्यकर्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया के संसदीय क्षेत्र गुना-शिवपुरी चले गए हैं।

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