Home राष्ट्रीय रोहित शेखर तिवारी की पोस्टमार्ट रिपोर्ट में आई ये चौंकाने वाली बात….

रोहित शेखर तिवारी की पोस्टमार्ट रिपोर्ट में आई ये चौंकाने वाली बात….

32
0
SHARE

रोहित शेखर तिवारी की मौत का मामला उलझता नजर आ रहा है। अटॉप्सी रिपोर्ट में मौत ‘अस्वाभाविक’ बताए जाने के बाद नए सिरे से जांच शुरू हो गई है। दम घुटने जैसे संकेत की तरफ इशारा को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि या तो मुंह दबाकर हत्या की गई या गला घोटकर। इसकी संभावना के मद्देनजर यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि संभव है कि मुंह पर तकिया रखकर दबाया गया हो।

तमाम आशंकाओं को लेकर क्राइम ब्रांच अपनी तफ्तीश आगे बढ़ा रही है। रोहित शेखर तिवारी अपने घर में मृत पाए गए थे। उस वक्त उनकी नाक से खून बह रहा था। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया था कि उन्हें मृत अवस्था में लाया गया था। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि रोहित अपने कमरे में सोए हुए थे। घरवालों व पत्नी अपूर्वा ने देखा कि उनके शरीर में कोई हरकत नहीं है। उनके हाथ-पैर ठंडे हो गए हैं। उसके बाद आनन-फानन में रोहित शेखर को अस्पताल ले जाया गया था। बहरहाल रोहित के अपने कमरे में सोने जाने और अगले दिन देर शाम बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचने के बीच के 16 घंटे के इस समय के ईद-गिर्द ही क्राइम ब्रांच की जांच घूम रही है। वैसे जिन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया था, उसमें उन सबकी राय पूरी तरह से एक नहीं थी। हालांकि जैसे ही मौत को अस्वाभाविक बताया गया, उसके तत्काल बाद ही इस संबंध में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया।

दीवार के सहारे लड़खड़ाते दिखाई दिए : क्राइम ब्रांच ने रोहित शेखर तिवारी के घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। रोहित के घर में 7 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनमें से 2 काम नहीं कर रहे थे। सीसीटीवी की एक फुटेज में वो दीवार के सहारे लड़खड़ाकर चलते दिखाई दे रहे हैं। अन्य फुटेज के जरिये यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उस वक्त घर में मौजूद कौन शख्स उनके कमरे में गया था। हालांकि इसका फुटेज अबतक की जांच में पुलिस के हाथ नहीं लगा है।

रोहित शेखर और उज्ज्वला तिवारी 11 से 16 अप्रैल तक रानीबाग के एक होटल में रुके थे। यहां वह दीपक बल्यूटिया से मिलने उनके घर भी गए थे। इसके अलावा उन्होंने कैंची धाम के दर्शन भी किये थे।

पूर्व मुख्यमंत्री स्व. एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की दिल्ली में संदिग्ध हालात में मौत के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज होने से हल्द्वानी में एनडी के समर्थक और रोहित के शुभचिंतक हैरान हैं। उनका कहना है कि मामले में कुछ भी संदिग्ध है तो पूरी पड़ताल कर सच्चाई सामने लाई जानी चाहिए।

छह माह पहले पिता एनडी तिवारी के निधन के बाद रोहित अपनी मां उज्ज्वला शर्मा तिवारी के साथ अंतिम बार 11 अप्रैल को वोट डालने हल्द्वानी आए थे। वे यहां वह 16 अप्रैल तक हल्द्वानी में रहे। इस बीच वह अपने कई चाहने वालों से मिले। उनके लौटने के दूसरे दिन मौत से समर्थक हैरान हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here