साेमवार काे भाेपाल में अप्रैल में गर्मी का नाै साल का रिकाॅर्ड टूट गया। यहां पारा 43.7 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पहले अप्रैल 2010 काे पारा 43.3 डिग्री पहुंच गया था। पिछले एक हफ्ते में राजधानी का तापमान 5.9 डिग्री बढ़ चुका है।
22 अप्रैल काे यह 39.8 डिग्री पर था। प्रदेश के 18 शहराें में पारा 44 डिग्री या उसके पार पहुंच गया। खरगाेन प्रदेश में फिर सबसे गर्म रहा। वहां तापमान 47.4 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में लगातार इजाफा हाे रहा है। मौैसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि भाेपाल में 18 अप्रैल 2010 काे दिन का तापमान 43.3 डिग्री दर्ज किया गया था।
सबसे गर्म शहर
- 47.4 डिग्री खरगाेन
- 45.5 डिग्री दमोह
तपते 10 साल
2010 43.4 डिग्री
2011 41.2 डिग्री
2012 40.7 डिग्री
2013 42.4 डिग्री
2014 42.1 डिग्री
2015 42.5 डिग्री
2016 42.6 डिग्री
2017 42.7 डिग्री
2018 42.8 डिग्री
2019 43.7 डिग्री
तापमान बढ़ने की अन्य वजह… चक्रवात व नमी न मिल पाना
वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर मप्र तक नहीं। जाे सिस्टम बन रहा है, उसे अरब सागर अाैर बंगाल की खाड़ी की नमी नहीं मिल पा रही है।विदर्भ में 1.5 किमी ऊंचाई पर विपरीत हवा का चक्रवात बना है। इस वजह से तापमान काे कम करने के लिए नमी नहीं है।गुजरात एवं महाराष्ट्र में जाे चक्रवात बन रहे हैं, उन्हें भी नमी नहीं मिल रही।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि दिन में सूरज की किरणाें से शहर तप रहा है। इसे साेलर रेडिएशन कहते हैं। शाम के बाद यह तपिश अासमान की अाेर लाैटती है। इसे अर्थ रेडिएशन कहते हैं। चूंकि शहर रात तक तप रहा है। इसी वजह से अर्थ रेडिएशन प्राॅपर नहीं हाे पा रहा है। इस कारण शहर ज्यादा तप रहा है।
भोपाल में ऐसे बढ़ा पारा
सुबह
5.30 बजे 24.4 डिग्री
8.30 बजे 32.0 डिग्री
11.30 बजे 40.4 डिग्री
दाेपहर
2.30 बजे 42.4 डिग्री
3.30 बजे 43.7 डिग्री
शाम
5.30 बजे 41.8 डिग्री
- सुबह के वक्त नमी सिर्फ 18 प्रतिशत थी जाे सामान्य से 12 प्रतिशत कम रही। शाम के समय भी नमी सिर्फ 23 फीसदी रही।
- साेेमवार काे धूप की तीव्रता 12 फीसदी ज्यादा रही।