बेल्जियम में हुई 42 किलोमीटर मैराथन धर्मशाला की अहिम ज्यूरी शाह ने चार घंटे 57 मिनट 54 सेकेंड में पूरी की है। अहिम की यह कामयाबी इसलिए भी बड़ी है, क्योंकि 34 वर्षीय अहिम शादीशुदा हैं। इनकी चार साल की बेटी भी है। इससे पूर्व अहिम ने 16 किलोमीटर मैराथन में भाग लिया था। प्रतियोगिता में यूरोप के 25 धावकों ने भाग लिया। रविवार को हुई 24 किलोमीटर मैराथन के लिए उन्होंने चार माह पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थीं।
अहिम की स्कूली शिक्षा आधुनिक पब्लिक स्कूल सिद्धबाड़ी से हुई। एमसीएम चंडीगढ़ से स्नातक करने के बाद कैट पास कर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड नई दिल्ली से एमबीए की थी। इसी बीच कैंपस प्लेसमेंट में उनकी डायमंड कंपनी में नौकरी लगी थी। अहिम अपने पति मलन शाह और चार साल की बेटी आईजा के साथ बेल्जियम में ही रहती हैं। अहिमा के पिता वीरेंद्र ज्यूरी व्यवसायी हैं।
वीरेंद्र ने बताया कि अहिमा स्कूल समय में नेशनल लेवल डिबेटर रही हैं। एमसीएम कॉलेज चंडीगढ़ में एससीए अध्यक्ष रही हैं। साल 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अहिमा को आउट स्टैंडिंग हिमाचली स्टूडेंट के अवार्ड से चंडीगढ़ में नवाजा था। अहिमा के पिता वीरेंद्र ज्यूरी, माता जसप्रीत ज्यूरी और भाई अधिराज सिंह ने उपलब्धि के लिए बधाई दी।