महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक बड़े नक्सली हमले की की खबर है. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलिओं ने IED ब्लास्ट कर पुलिस की गाड़ी उड़ा दी है. इस नक्सली हमले में 16 जवान शहीद हो गए हैं. इस बात की पुष्टि महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री ने कर दी है. महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले गढ़चिरौली में माओवादियों ने पुलिस की गाड़ी को उस वक्त निशाना बयाना जब पुलिस की टीम उस जगह जा रही थी, जहां सुबह में ही नक्सलियों ने करीब 25 से 30 गाड़ियों को आग के हवाले किया था. बताया जा रहा है कि जिस पुलिस की गाड़ी पर नक्सलियों ने हमला किया है, उसमें 16 सुरक्षा कर्मी मौजूद थे. हालांकि, इस ब्लास्ट के बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है. दोनों ओर से गोलीबारी हो रही है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि यह जानकर कि गढ़चिरौली सी-60 बल के हमारे 16 पुलिस कर्मी आज नक्सलियों द्वारा कायरतापूर्ण हमले में शहीद हो गए, काफी दुख पहुंचा. मेरे संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शहीदों के परिवारों के साथ हैं. मैं DGP और गढ़चिरौली SP के संपर्क में हूं.
महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुन्गान्तीवर गढ़चिरौली नक्सली हमले पर कहा कि हमें लग रहा है कि इस हमले में 15 पुलिस जवान और एक ड्राइवर ने अपनी जान गंवा दी है.पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट किया- महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हमारे सुरक्षाकर्मियों पर हुए घृणित हमले की कड़ी निंदा करते हैं. मैं सभी बहादुर सुरक्षाकर्मियों को सलाम करता हूं. उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. मेरे विचार और एकजुटता शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. ऐसी हिंसा करने वाले अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा.इससे पहले लोकसभा चुनाव के लिए होने वाले पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में CRPF की पेट्रोलिंग टीम पर नक्सलियों ने हमला किया था. नक्सलियों द्वारा CRPF की पेट्रोलिंग टीम पर किए गए IED ब्लास्ट की चपेट में कई जवान आए थे.
इससे पहले महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सलवादियों ने सड़क निर्माण कंपनी के 25 वाहन जला दिए. आज सुबह गढ़चिरौली के उप जिला कुरखेड़ा में नक्सलियों ने निजी ठेकेदारों के कम से कम तीन दर्जन वाहनों में आग लगा दी. यह घटना सुबह उस वक्त घटी जब राज्य का स्थापना दिवस ‘महाराष्ट्र दिवस’ मनाने की तैयारी की जा रही थी. इधर नक्सली पिछले साल 22 अप्रैल के दिन सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए अपने 40 साथियों की मौत की पहली बरसी मनाने के लिए एक सप्ताह से चल रहे विरोध प्रदर्शन के अंतिम चरण में थे.
जिन वाहनों को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया, उनमें से ज्यादातर अमर इंफास्ट्रक्चर लिमिटेड के थे, जो दादापुर गांव के पास एन एच 136 के पुरादा-येरकाड सेक्टर के लिए निर्माण कार्यो में लगे थे. घटनास्थल से भागने से पहले नक्सलियों ने पिछले साल अपने साथियों की हत्या की निंदा करते हुए पोस्टर और बैनर भी लगाए. नक्सलियों ने जाने से पहले दो जेसीबी, 11 टिप्पर, डीजल और पेट्रोल टैंकर्स, रोलर्स, जेनरेटर वैन और दो स्थानीय कार्यालयों को भी आग के हवाले कर दिया